PTB Big Political शिमला : हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग जारी है। रुझानों में एक बार फिर पहाड़ का राज बदलता दिख रहा है, रिवाज नहीं। यानी 5 साल के बाद सरकार बदलने का सिलसिला इस बार भी नजर आ रहा है। कांग्रेस रुझानों में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है। कांग्रेस पार्टी ने अब तक 19 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 20 पर आगे चल रही है।
भाजपा 12 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, 14 पर आगे चल रही है। अन्य कैंडिडेट्स ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है और एक पर आगे चल रहे हैं। MCD में जीत दर्ज करने वाली AAP यहां अभी तक खाता भी नहीं खोल पाई है। जयराम सरकार में मंत्री रहे डॉ. रामलाल मारकंडा लाहौल-स्पीति सीट से कांग्रेस के रवि ठाकुर से चुनाव हार गए हैं। कांगड़ा जिले की शाहपुर सीट से जयराम सरकार में मंत्री रहीं सरवीण चौधरी कांग्रेस के केवल सिंह पठानिया से चुनाव हार गईं।
जयराम कैबिनेट में शहरी विकास मंत्री रहे सुरेश भारद्वाज शिमला जिले की कसुम्पटी सीट पर कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह से चुनाव हार गए। सुरेश भारद्वाज पिछला चार चुनाव शिमला शहरी सीट से जीते थे। BJP हाईकमान ने इस बार भारद्वाज की सीट बदलते हुए उन्हें कसुम्पटी सीट से टिकट दिया था। जयराम ठाकुर के गृह जिले मंडी की 10 में से 9 सीटें BJP और एक धर्मपुर सीट कांग्रेस ने जीती। धर्मपुर सीट पर कांग्रेस के चंद्रशेखर ने जयराम सरकार में नंबर-टू मिनिस्टर रहे महेंद्र सिंह ठाकुर के बेटे रजत ठाकुर को हराया।
BJP ने इस बार महेंद्र की जगह उनके बेटे को टिकट दिया था। शिमला ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व CM दिवंगत वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह कुल 7233 मतों से आगे चल रहे हैं। सराज सीट से CM जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के चेतराम ठाकुर को रिकॉर्ड 20 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है। वे रिकॉर्ड 7वीं बार जीते हैं। मंडी जिले की सुंदरनगर सीट पर BJP के राकेश जमवाल ने कांग्रेस के सोहन लाल ठाकुर को 8,125 वोटों से हरा दिया है।
कांगड़ा की फतेहपुर सीट से वनमंत्री राकेश पठानिया 6 राउंड की काउंटिंग के बाद 1349 वोट से पीछे चल रहे हैं। यहां कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया आगे चल रहे हैं। कांगड़ा की जसवां परागपुर सीट से उद्योगमंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर 10 राउंड की काउंटिंग के बाद 1736 वोट से आगे चल रहे हैं। उन्हें कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह मनकोटिया कांटे की टक्कर दे रहे हैं।
जयराम सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे राजेंद्र गर्ग बिलासपुर जिले की घुमारवीं सीट पर 7 राउंड की काउंटिंग पूरी होने के बाद कांग्रेस के राजेश धर्माणी से 3265 वोट से पीछे चल रहे हैं। जयराम कैबिनेट में पशुपालन मंत्री रहे वीरेंद्र कंवर ऊना जिले की कुटलैहड़ सीट पर 6 राउंड की काउंटिंग पूरी होने के बाद 6400 वोटों से पीछे चल रहे हैं। यहां कांग्रेस के दविंदर सिंह भुट्टो आगे चल रहे हैं।
कांगड़ा विधानसभा सीट की काउंटिंग रुक गई है। दोपहर 12:15 बजे कांगड़ा पॉलिटेक्निक में बने काउंटिंग सेंटर में छत का एक हिस्सा गिरने से अफरातफरी मच गई। पोलिंग स्टाफ और काउंटिंग सेंटर में बैठे राजनीतिक पार्टियों के एजेंट बाहर की तरफ भागे। जिस समय मतगणना रुकी, उस समय कांगड़ा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र काकू BJP के पवन काजल से पीछे चल रहे थे।
काकू ने आरोप लगाया कि टाइल्स गिरने से EVM टूट गई है, इसलिए वह इस काउंटिंग को नहीं मानेंगे। जिस भवन की टाइल्स गिरीं, वह दो साल पहले ही बना था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ही इस बिल्डिंग का उद्घाटन किया था। हिमाचल में नतीजों से पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने सीएम पद का दावा किया। उन्होंने कहा- राज्य के लोग चाहते हैं कि वीरभद्र परिवार का कोई व्यक्ति राज्य के विकास की विरासत को आगे बढ़ाए।
कांग्रेस नेता एसएस सुक्खू ने कहा- बीजेपी खुद को हिमाचल प्रदेश में मजबूत मानती थी, पीएम मोदी और अमित शाह ने कई बार राज्य का दौरा किया, आज यहां कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। हिमाचल प्रदेश में हर बार 45 से 75% मंत्रियों के चुनाव हारने का भी ट्रेंड रहा है। इस बार भी जयराम ठाकुर के 11 में से 7 मंत्री कांटे के मुकाबले में फंसे हैं। दो मंत्रियों की तो सीट भी बदली गई। इनमें शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को शिमला शहरी सीट की जगह कसुम्पटी से और वनमंत्री राकेश पठानिया को कांगड़ा जिले की नूरपुर सीट की जगह फतेहपुर से उतारा गया।