PTB Big न्यूज़ अमृतसर : सिख पंथ के नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 401वें प्रकाश पर्व के लिए गुरु जी के जन्म स्थान गुरुद्वारा श्री गुरु का महल को भव्य तरीके से सजाया गया है। विशेष किस्म के फूलों व लाइटों से गुरुद्वारा साहिब की आभा दिव्य प्रतीत हो रही है। प्रकाश पर्व पर भव्य गुरमति कार्यक्रम गुरुद्वारा गुरु का महल व गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में आयोजित किए जा जा रहे हैं।
गुरुद्वारा गुरु का महल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु नतमस्तक होने के लिए पहुंच रहे हैं। अखंड पाठ साहिब के भोग गुरुवार को डाले जाएंगे। गुरुद्वारा साहिब में सेवा निभा रहे बाबा सेवा सिंह, किला आनंदगढ़ साहिब वालों के बाबा वाहेगुरु सिंह और बाबा सतनाम सिंह ने बताया कि संगत के लिए विशेष लंगर तैयार किए गए हैं। तीन दिन से अटूट लंगर जारी है।
प्रकाश पर्व पर सारा दिन गुरबाणी कीर्तन चलेगा। लंगर में कई तरह के पकवान तैयार किए गए हैं। लड्डू, जलेबियां, खीर व बर्फी समेत दस किस्म की मिठाइयां बनाई जा रही हैं। वीरवार को होने वाले गुरमति कार्यक्रम में अलग-अलग तख्तों के सिंह साहिबान, संत महापुरुष, निहंग जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि, सिंह सभाओं व सिख सोसायटियों के नेता भी शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम में गुरु साहिब के जीवन, शिक्षाओं और उनकी बाणी (वाणी) के विचार साझा करेंगे।
श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के प्रकाश पर्व पर श्री अकाल तख्त साहिब से गुरु साहिब के प्रकाश स्थान गुरुद्वारा गुरु का महल तक नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन में श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह व एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी समेत विभिन्न पंथक नेता, धार्मिक हस्तियां और हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल के बाहर गुरु साहिब के शस्त्रों व वस्त्रों को प्रदर्शित किया गया है। इनमें गुरु तेग बहादुर से संबंधित शस्त्र व अन्य निशानियां सुशोभित हैं। गुरुद्वारा गुरु का महल। वह स्थान है, जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी का जन्म हुआ था। यहां स्थित भोरा साहिब वह जगह है, जो प्रचीन समय में असल जन्म स्थान था।