PTB न्यूज़ “शिक्षा” : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर में एक सप्ताह के एन.एस.एस. कैंप का आगाज़ किया गया. भारतीय ज्ञान प्रणाली विषय पर आधारित कॉलेज परिसर में शुरू हुए इस सात दिवसीय एन.एस.एस. कैंप में विभिन्न गतिविधियों के साथ-साथ वॉलिंटियर्स को विषय के महत्वपूर्ण के अंशों से परिचित कराने के साथ-साथ स्वदेशी भारतीय ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की गई है.
. .इसके अलावा इस कैंप में क्वांटम मैकेनिक्स और भारतीय दर्शन, आयुर्वेद का आधुनिकीकरण: मनु स्मृति विश्व में चिकित्सा बहुलवाद, भारत ज्ञान प्रणाली: बाजरा और खाद्य संरक्षण, प्राचीन भारतीय विज्ञान (वैदिक न्यूमैरोलॉजी तथा एस्ट्रोलॉजी) : आधुनिक व्याख्याएँ, वैदिक गणित सूत्र: आधुनिक गणित में प्रासंगिकता, प्राचीन ग्रंथों में सिद्धांत: वाटर हार्वेस्टिंग और जैव विविधता संरक्षण आदि जैसे भी भिन्न विषयों पर वर्कशॉप्स भी समय-समय पर आयोजित की जाएंगी.
.उल्लेखनीय है कि इस कैंप के पहले दिन आयोजित हुए उद्घाटन समारोह में विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने विशेष रूप से अपनी शिरकत की. अपने संबोधन के दौरान प्राचार्या जी ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर ज़ोर दिया और एनएसएस वॉलिंटियर्स को भारतीय रसायनशास्त्र के विजन 2047 से अवगत कराया. इसके अलावा गुरु शिष्य परंपरा विषय पर वर्कशॉप के दौरान उन्होंने आधुनिक समय में इसकी प्रासंगिकता पर चर्चा की.
. .उन्होंने हॉस्टल और बोर्डिंग की आधुनिक अवधारणाओं के बारे में भी बात की जो गुरुकुल में विरासत होने के साथ-साथ शिक्षा की एक प्राचीन भारतीय प्रणाली है तथा आवासीय प्रकृति में छात्र गुरु के निकट रहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने सभी वॉलिंटियर्स को इस कैंप में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए भी प्रेरित किया और कहा कि ऐसे आयोजन छात्राओं को समाज सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान डालने के लिए न केवल एक उत्तम मंच प्रदान करते हैं,
.बल्कि कन्या महाविद्यालय की ओर से समाज उत्थान तथा जनकल्याण के लिए किए जाते महत्वपूर्ण कार्यों की मुंह बोलती तस्वीर भी प्रस्तुत करते हैं. इसके अलावा उन्होंने इस सफल आयोजन के श्रीमती आशिमा साहनी, डॉ. सोनिक भाटिया, श्रीमती आनंद प्रभा तथा संपूर्ण टीम के द्वारा किए गए प्रयासों की प्रशंसा की.
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