युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखना चाहिए : डॉ किरण सेठ
PTB News “शिक्षा” : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर ने डॉ किरण सेठ, पद्म श्री, पूर्व-आईआईटी प्रोफेसर और सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग यूथ (स्पिक मैके) के संस्थापक को उनके 145 दिनों के कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिलिंग मिशन के लिए सम्मानित करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया।
श्री चंद्रमोहन, अध्यक्ष, आर्य शिक्षा मंडल और प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने डॉ. सेठ का हार्दिक स्वागत किया। डॉ सेठ ने अपने दृढ़ विश्वास के उपदेश और भाषण के माध्यम से युवा छात्राओं को प्रेरित किया कि किसी भी जुनून के प्रति समर्पण ध्यानपूर्ण होना चाहिए, तभी जीवन में बुलंदियो को हासिल किया जा सकता है। छात्रों के साथ बातचीत के दौरान डॉ. किरण सेठ ने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में केएमवी के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने विशेष रूप से छात्रों की एकाग्रता के कौशल को सम्मानित करने के महत्व पर भी जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्रासंगिकता पर जोर दिया क्योंकि भारतीय शास्त्रीय संगीत मस्तिष्क के समानांतर प्रॉसेसिंग चैनलों को सक्रिय करता है। उन्होंने छात्रों को मेडिटेशन और योग द्वारा एकाग्रता बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। इसके साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों के जीवन में साइकिल के महत्व के बारे में बताया।
विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि डॉ सेठ जैसी महान हस्तियां युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत हैं कि कैसे एक व्यक्ति को समाज के लिए निस्वार्थ भाव से काम करना चाहिए। इस अवसर पर श्री आलोक सोंधी, जनरल सकतर, केएमवी प्रबंध कमेटी, श्रीमती नीरजा चंद्रमोहन, मेम्बर, केएमवी मैनेजिंग कमेटी और श्रीमती अनुराधा सोंधी भी इस अवसर पर उपस्थित रही।