शिक्षा महिला सशक्तिकरण एवं स्वतंत्रता का एक उत्तम मार्ग है: प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी
PTB News “शिक्षा” : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महाविद्यालय,जालन्धर के प्रिंसीपल प्रो.(डॉ.) अतिमा शर्मा द्विवेदी को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण में नई पहलकदमीया करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित हुए सम्मान समारोह के दौरान सम्मानित किया गया। उच्च शिक्षा में लैंगिक समानता के कैनवस का विस्तार करने के साथ-साथ महिलाओं को उच्च शिक्षा में सुरक्षित पर्यावरण प्रदान करने के लिए विविभिन्न प्रोजेक्ट शुरू करने में उनके बेमिसाल प्रतिनिधित्व की भी इस अवसर पर भरपूर सराहना की गई।
उल्लेखनीय है कि प्रो. अतिमा की दूरदर्शिता, प्रतिबद्धता और समर्पण के परिणाम स्वरूप कन्या महाविद्यालय को ऑटोनॉमस स्टेटस एवं भारत की विरासत संस्था होने का दर्जा हासिल करने वाला पंजाब का पहला और एकमात्र महिला कॉलेज होने का सम्मान प्राप्त हुआ है। भारत एवं विदेशों में अध्यापन और प्रशासन के 44 वर्षों के विशाल, प्रगतिशील दृष्टिकोण एवं उत्तम अनुभव के साथ वह एक गतिशील अकादमीशयन होने का साथ-साथ शिक्षा एवं हुनर विकास के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के लिए एक समर्पित और पूरी तरह से प्रतिबद्ध शख्सियत है।
डॉ. शर्मा सामुदायिक सेवाओं विशेष रूप से युद्ध विधवाओं, सैनिकों के परिवारों और भारत के दूरदराज के क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं के साथ पूर्ण गंभीरता से जुड़े हुए हैं।
पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने समाज के पिछड़े वर्ग की 4000 से भी अधिक महिलाओं को कन्या महाविद्यालय के विमेन एंपावरमेंट सेल के अंतर्गत ना केवल हुनरमंद बनाया है बल्कि उचित मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी सकारात्मक प्रयत्न किए हैं। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके द्वारा हासिल किए गए पुरस्कारों एवं मान-सम्मान की श्रृंखला बेहद विशाल है जिनमें हावर्ड यूनिवर्सिटी, यू.एस.ए. के द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के दौरान सर्वोत्तम शोधकर्ता पुरस्कार भी शामिल है। कन्या महाविद्यालय की समूह मैनेजमेंट, फैकेल्टी एवं छात्राओं ने प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी को उनकी इस शानदार उपलब्धि के लिए मबारकबाद दी।