पंजाब-हिमाचल पुलिस ने बनाया जॉइंट एक्शन प्लान, गैंगस्टरों का अब बचना होगा मुश्किल,
PTB Big न्यूज़ चंडीगढ़ : पंजाब और हिमाचल प्रदेश की पुलिस (Punjab, Himachal police) गैंगस्टरों (Gangsters) और अपराधियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाकर काम करेगी और दोनों राज्यों के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाएगी. दोनों राज्यों के पुलिस महानिदेशकों (DGP) के बीच गुरुवार को यहां हुई समन्वय बैठक में यह निर्णय लिया गया।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने हिमाचल प्रदेश के अपने समकक्ष संजय कुंडू को पंजाब और हिमाचल सीमा के माध्यम से ड्रग्स और अवैध शराब की तस्करी सहित संगठित अंतर्राज्यीय अपराध से निपटने के लिए पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। दोनों राज्यों के बीच पूर्ण तालमेल और टीमवर्क का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों बलों को एक टीम के रूप में काम करना चाहिए और नवीनतम तकनीक का उपयोग करके बुनियादी पुलिस व्यवस्था को सक्रिय करना चाहिए और वास्तविक समय की जानकारी साझा करनी चाहिए।
उन्होंने गैंगस्टरों और आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों पर चर्चा करने के लिए दोनों राज्यों के जिला पुलिस प्रमुखों और एसएसपी के बीच लगातार बैठकें आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा, क्योंकि कई मुद्दे और अपराध पैटर्न एक जैसे और आपस में जुड़े हुए हैं। हिमाचल के डीजीपी कुंडू ने पंजाब पुलिस को सहयोग देने का आश्वासन दिया और कहा कि अंतर-राज्यीय संगठित अपराध को ‘नॉक-आउट-पंच’ देने के लिए आपसी समन्वय में काम करने का फैसला लिया गया है।
आपको यह भी बता दें कि पंजाब और हिमाचल में ड्रग्स तस्करी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की एक रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में हर एक लाख में से 33 लोग ड्रग्स तस्करी के धंधे से जुड़े हुए हैं। वहीं पंजाब में लगभग 30 लाख लोग नशे के आदी है। पंजाब में हर साल लगभग 7500 करोड़ रुपए का ड्रग्स का कारोबार होता है। वहीं हिमाचल चिट्टे के कारोबार का हब बनता जा रहा है। हिमाचल के ग्रामीण इलाकों में चिट्टे का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। आपको यह भी बता दें कि चिट्टा एक ड्रग है जो बहुत महंगा होने के साथ-साथ सेहत के लिए बहुत खतरनाक होता है।