PTB News

Latest news
के.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल की छात्राओं नें 10+2 बोर्ड परीक्षा परिणामों में बाज़ी मारी, सेंट सोल्जर इंटर कॉलेज एवं कॉलेजीएट स्कूल, जालंधर के छात्रों ने पीएसईबी कक्षा बाहरवीं के नतीजों में ... एच.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल की छात्राओं ने +2 की परीक्षा में मारी बाजी, एच.एम.वी. की बीए ऑनर्स हिन्दी की छात्राओं का शानदार परिणाम, ਲਾਇਲਪੁਰ ਖ਼ਾਲਸਾ ਕਾਲਜ ਵਖਿੇ ਐਨ.ਸੀ.ਸੀ. ਸਕਾਲਰਸ਼ਪਿ ਵੰਡ ਸਮਾਰੋਹ ਦਾ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਆਯੋਜਨ, जालंधर से दुःखद ख़बर, बुजुर्ग महिला की बस के नीचे आने से हुई दर्दनक मौत, पेट्रोल-डीजल : अब टंकी फुल नहीं करा सकेंगे लोग, सरकार ने निर्धारित की सीमा, जालंधर से लेकर विदेशों तक मसालों के कारोबारियों के दांव पर लगे 45 हजार करोड़, जाने पूरा मामला, बड़ी कार्रवाई, 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निकाला, जाने बड़ी वजह, IPS अधिकारी अतुल वर्मा बने हिमाचल के नए DGP, संभाला पदभार,
Translate

RBI ने आम आदमी को दिया बड़ा झटका, रेपो रेट में की बढ़ोतरी की घोषणा, लोन लेना हो जाएगा महंगा

RBI gave a big blow to the common man announced the increase in the repo rate

PTB Big News मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अपनी नीतिगत दर रेपो को बुधवार को 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.4 प्रतिशत पर करने की घोषणा की। रेपो दरों में बढ़ोतरी के साथ कर्ज की EMI बढ़ जाएगी क्योंकि बैंकों की कर्ज लागत बढ़ेगी। रेपो दर वो दर होती है जिस पर बैंक रिजर्व बैंक से धन उठाते हैं। इसके बढ़ने के साथ ही बैंकों की कर्ज लागत बढ़ेगी और वो इसे ग्राहकों तक पहुंचाएंगे, इससे आने वाले समय में आपका होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन सभी महंगा हो जाएगा।

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आरबीआई मुख्यालय पर इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि दीर्घकालीन वृद्धि दर के हित में मुद्रास्फीति को काबू में रखना जरूरी है। उन्होंने वर्तमान आंतरिक और बाहरी परिदृश्यों को चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश रखने के साथ-साथ आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने की नीति के प्रति प्रतिबद्ध है।

आरबीआई ने मई 2020 से अपनी रेपो दर (वह दर जिसपर केंद्रीय बैंकों को एक दिन के लिए धन उधार देता है) को 4 प्रतिशत पर बनाए हुए था ताकि कोविड से त्रस्त अर्थव्यवस्था को वृद्धि की राह पर आगे बढ़ाया जा सके। रेपो दर बढ़ाने की रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गयी। बीएसई का 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के दौरान में 1342 अंक तक नीचे आ गया था।