PTB Big न्यूज़ अमृतसर : कैथोलिक चर्च के बिशप पीके समंता राय व जालंधर से बिशप एनजैलो ग्रेसिया ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर गलत प्रचार करने वाले शरारती तत्वों को रोकने के लिए संयुक्त प्रयास की जरूरत है। इसके लिए ज्वाइंट कमेटी बनाई जाए, जिसमें दोनों धर्मों के धार्मिक नेता शामिल हों।
दरअसल, तरनतारन जिले के पट्टी में चर्च की तोड़फोड़ व अमृतसर के गांव डडूआणा स्थित चर्च में चल रहे ईसाई समागम को रोकने की घटनाओं का पूरे देश में विरोध रहा है। इसी संदर्भ में ईसाई समुदाय के धार्मिक नेता श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मिले। दो धर्मों के नेताओं की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण रही।
बिशप पीके समंताराय ने कहा कि ईसाई धर्म को लेकर कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा दुष्प्रचार व धर्म के नाम पर हो रही हिंसा असहनीय है। उन्होंने जत्थेदार से अपील की कि इन मसलों का मिल जुलकर समाधान करना होगा। भारत लोकतांत्रिक देश है। यहां रहने वाले हर शख्स को अपना धर्म मानने की पूरी स्वतंत्रता है। इस बैठक में यह निष्कर्ष निकाला गया कि यदि कोई शख्स किसी धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक बात करता है या जबरी धर्म परिवर्तन करवाता है तो ज्वाइंट कमेटी की बैठक बुलाकर उसे समझाया जाएगा अन्यथा उसका बायकाट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चमत्कार कोई व्यक्ति विशेष नहीं कर सकता। जो धर्म के पैरोकारों को नुकसान पहुंचाता है, वह इंसान नहीं है। उन्होंने कहा कि दस से पंद्रह साल की मेहनत के बाद पादरी तैयार होते हैं। जो किसी धर्म के खिलाफ बोलेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर सेंट फ्रांसिस स्कूल के फादर जोसेफ मैथ्यू, फादर रूबी, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह उपस्थित थे।