विजिलेंस की गिरफ्त से फरार रिश्तेदार, दामाद, खासमखास का नहीं मिल रहा सुराग,
पुलिस अधिकारीयों व जिला प्रशासनिक अधिकारीयों के साथ सांठगाठ कर मलाई खाने वाले PA रोहित कपूर व पर्स्नल असिस्टेंट को मिली विजिलेंस की हिदायत,
PTB Big न्यूज़ जालंधर : जालंधर विजिलेंस ब्यूरो द्वारा बीते दिनों भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए गए आप पार्टी के सेंट्रल हल्के से विधायक रमन अरोड़ा को शनिवार की दोपहर विजिलेंस अधिकारियों द्वारा कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेश करके रमन अरोड़ा का पांच दिन का पुलिस रिमांड हासिल हुआ है। हालांकि अधिकारियों ने कोर्ट से दस दिन का पुलिस रिमांड मांगा था। आपको बता दें कि विजिलेंस ब्यूरों ने बीते शुक्रवार को सुबह 8.45 बजे विधायक रमन अरोड़ा के अशोक नगर स्थित घर पर रेड की थी। शुक्रवार को करीब 6 घंटों तक विजिलेंस की टीम रमन अरोड़ा के घर के अंदर सर्च करती रहीं।
.वही विजिलेंस ने विधायक रमन अरोड़ा के घर से डेढ़ किलों सोना, 6 लाख रूपए के करीब कैश व करोड़ों रूपए की जायदाद के दस्तावेज जब्त किये है। जिस विधायक रमन अरोड़ा को देख संतरी से लेकर DSP रैंक तक के अधिकारी सेल्यूट मारते थे,आज उसी पुलिस ने विधायक रमन अरोड़ा को हवालात में बंद कर दिया। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रात करीब एक बजे टीम विधायक को लेकर थाना नई बारादरी में लेकर पहुंची और हवालात में बंद कर दिया। जिसके पास 3 मुलाजिम तैनात कर दिए गए। आपको यह भी बता दें कि रमन अरोड़ा व उसके इर्दगिर्द घूमने वाले सैकड़ों समर्थकों में से
.4-5 लोग ही गिरफ्तारी के समय रमन अरोड़ा के घर के बाहर मौजूद थे। हालंकि पुलिस को लगता था कि शायद रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी के समय भारी संख्या उनके समर्थक जुट सकते हैं, जिसके लिए स्पेशल फ़ोर्स व नाकाबंदी की गई थी, हैरानी की बात तो यह है कि गिरफ्तारी के समय रमन अरोड़ा के समर्थन में कोई नहीं पहुंचा तो पुलिस ने बेरिकेट हटा दिए। वहीं सूत्र बताते हैं कि पहले दिन हवालात में पहुंचे रमन अरोड़ा पहले तो सलाखें पकड़ खड़े रहे और फिर जमीन पर लगे बिस्तर पर लेट गए। वह सुबह करीब 7 बजे तक हवालात में बंद रहे। चाहे रमन अरोड़ा की मुस्कराते हुए की तस्वीरें बीते दिन से सामने आ रही है,
.लेकिन रातभर विधायक का चेहरा उतरा हुआ दिखाई दिया और कुछ सोचते हुए दिखाई दिए। सूत्रों का कहना है कि सुबह होते ही डीएसपी रैंक के अधिकारी ने हवालात से रमन अरोड़ा को बाहर निकाला। वहीं विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो एक पुलिस मुलाजिम ने रमन अरोड़ा को चाय दी तो हाथ में चाय पकड़ते ही अरोड़ा कुछ भावुक नजर आये, इस दौरान मुलाजिम ने कहा कि साहिब अब भगवान का नाम जपो क्योकि अब भगवान ही आपको बचा सकते हैं, लेकिन पुलिस के प्रवचन सुनकर विधायक के चेहरे पर एक बार फिर से हंसी लौट आई। इसके बाद विजिलेंस टीम विधायक को लेकर चली गई।
आपको यह भी बता दें कि विधायक रमन अरोड़ा गिरफ़्तारी के वक्त से वही कुर्ता-पायजामा आज भी पहने हुए नजर आये। अब विधायक रमन अरोड़ा को सारा दिन विजिलेंस दफ्तर के पूछताछ रूम में रहेंगे, फिर रिमांड खत्म होने तक थाने की हवालात में ही रात गुजरेंगी। आपको बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरें रमन अरोड़ा के साथी एक पुलिस अधिकारी, जिसका तबादला हो चुका है और एक SHO के कारनामे भी सामने आ रहे हैं। आपको बता दें कि विधायक रमन अरोड़ा के कहने पर ही एक पुलिस अधिकारी FIR दर्ज करते थे और विधायक अपनी सत्ता थाने में जमाने के लिए अपने हल्के में एक SHO को भी लगवा दिया था,
.जिसके बाद दोनों ही विधायक के इशारों पर काम कर रहे थे। सूत्रों की मानें तो अगर विधायक रमन अरोड़ा के लिए काम करने वाले पुलिस अधिकारी व अन्य SHO से भी विजिलेंस सख्ती से पूछताछ करे तो कई कारनामे सामने आ सकते हैं। आपको बता दें कि राजनितिक दबाव के चलते DCP नरेश डोगरा के साथ रमन अरोड़ा के विवाद के बाद उनकी ट्रांसफर कर दी गई थी। मगर इस समय नरेश डोगरा दोबारा जालंधर में पुलिस के स्पेशल ऑपरेशनों की कमान संभाल रहे है। इसी दौरान रमन अरोड़ा पर शिकंजा कसने की कहानी विजिलेंस लिख रही थी।
.सरकार ने पहले रमन अरोड़ा के रिश्तेदार राजू मदान को हाशिए पर रखा फिर अरोड़ा के गरीबी एसीपी निर्मल सिंह का तबादला भी कर दिया गया। इस बीच विधायक रमन अरोड़ा के समाधि राजू मदान और खास करीबी महेश मखीजा अब तक फरार चल रहे हैं। विजिलेंस टीम लगातार उनकी तलाश में जुटी हुई है बीते शुक्रवार रात करीब 7:30 बजे राजीव कुमार राजू मदन के निवास स्थान गोविंद नगर स्थित मकान नंबर 37 के बाहर पुलिस तनात रही राजू मदन और उसका बेटा दोनों फरार है। फिलहाल उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
.विजिलेंस को शक है कि इन दोनों के पास रमन अरोड़ा की अवैध गतिविधियों से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग या दस्तावेज हो सकते हैं। वहीं विश्वसनीय सूत्रों की मानें रमन अरोड़ा का समाधि राजू मदान, जवाई गौरव मदान, करीबी महेश मखीजा सभी भाग कर गुजरात की और भागे हैं, जहां उनका करोबारी कनेक्शन है। जहां उनको शरण मिल सकती है। फ़िलहाल विजिलेंस ने शनिवार को विधायक अरोड़ा के करीबी महेश मखीजा के चरणजीत पुरा स्थित घर पर छापा मारा और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की हालांकि मखीजा घर पर नहीं थे।
मकसूदा मंडी में मखीजा की दुकान पर भी बिजनेस में छापा मारा मारकर दुकान से जुड़े कागजातों की जांच की। विजिलेंस की एक टीम विधायक के रिश्तेदार की गुड मंडी स्थित दुकान पर भी गई थी। वहीं विजिलेंस टीम की पूछताछ के बाद रमन अरोड़ा के PA रोहित कपूर और हनी भाटिया को घर भेज दिए गए व उनको सख्त हिदायत दी गई है कि वह शहर से कहीं नहीं जाएंगे। वहीं GPS सहित फोन ऑन रखेंगे किसी से जांच संबंधी बात नहीं करेंगे बुलाने पर आना होगा। नियम तोड़े तो सख्त एक्शन होगा।
सूत्रों का कहना है कि यदि बिजनेस महेश मुखीजा, राजू मदान, राजन अरोड़ा, कारण मदान। गौरव मदान सहित अन्य विधायक कार्यालय में काम करने वाले मुलाजिमों से सख्ती से पूछताछ की जाये तो विधायक के काफी राज खुल सकते हैं। वही विधायक के कौन-कौन से रिश्तेदार इस भ्रष्टाचार में सलिंप्त थे। अब देखना यह बहुत दिलचस्प होगा कि जनता जनार्दन जो विधायक रमन अरोड़ा व उसके करीबियों के काले कारनामों से दुःखी थी को कब इंसाफ मिलता है, जिनमें बीते दिनों लड्डू बांटने वाला भी शामिल है।