PTB Big न्यूज़ शिमला : Cryptocurrency घोटाले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। SIT जांच में सामने आया है कि जिला कांगड़ा के पालमपुर में दर्ज हुए क्रिप्टो करंसी से जुड़े मामले में 18 करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया गया। इस प्रकरण में जो मुख्य आरोपी सामने आए हैं, वे हिमाचल के निवासी हैं। इनमें सुभाष शर्मा, सुखदेव ठाकुर व हेमराज ठाकुर सहित अन्य शामिल हैं।
. .इनमें से सुखदेव ठाकुर व हेमराज ठाकुर को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि सुभाष शर्मा व अन्यों की तलाश जारी है। प्रदेश में Cryptocurrency का खेल वर्ष 2018-19 से चल रहा है, ऐसे में करोड़ों रुपए की ठगी से जुड़े इस मामले में SIT ने मुख्य आरोपियों की पहचान कर उनकी संपत्तियों की मैपिंग करने के साथ वित्तीय जांच शुरू कर दी है। दावा है कि जल्द ही Cryptocurrency से जुड़े घोटाले में संलिप्त सभी आरोपियों को बेनकाब कर सलाखों के पीछे धकेल दिया जाएगा।
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जांच में यह भी बात सामने आई है कि आरोपियों ने निवेशकों को लुभाने के लिए उच्च रिटर्न के वायदे किए। इसके साथ ही आरोपियों पर अपने फायदे के लिए Cryptocurrency की कीमतों में हेरफेर करने का भी आरोप है, जिससे निवेशकों को भारी नुक्सान हुआ। इसके साथ ही आरोपियों ने नियमों और मूल्यों को बदलते हुए नई क्रिप्टो मुद्राओं डीजीटी कॉइन और BTPP टोकन पर भी स्विच किया।
. .जांच में ये भी सामने आया है कि जब शिकायतकर्ता ने निवेशकों से रिफंड मांगा तो आरोपियों ने उन्हें धमकाने का भी प्रयास किया। इसके साथ ही आरोपियों पर Cryptocurrency से संबंधित ऑनलाइन रिकाॅर्ड के साक्ष्य मिटाने व वैबसाइटों को हटाने का भी आरोप है। Cryptocurrency के नाम पर आरोपियों ने एक बड़े घोटाले को अंजाम दिया। ऐसे में SIT 50 से अधिक शिकायतों की जांच में जुटी हुई है, जिसके तहत करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया।
.वहीं हिमाचल परदेश के DGP संजय कुंडू ने कहा कि प्रदेश में Cryptocurrency घोटाले में संलिप्त सरगनाओं की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने आरोपियों की संपत्तियों की मैपिंग करने के साथ ही वित्तीय जांच भी अमल में लाई जा रही है। DGP ने प्रदेशवासियों से कहा है कि वे Cryptocurrency मुद्रा धोखेबाजों के झांसे में न आएं।
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