PTB Big न्यूज़ पटना : डर्टी पॉलिटिक्स से आप समझ ही गए होंगे, लेकिन यह कोई फ़िल्मी कहानी नहीं, बल्कि बिहार से संबंधित असली डर्टी पिक्चर है जो डर्टी पॉलिटिक्स {Dirty Politics} बन चुकी है। दरसअल यह खुलासा एक बड़े मीडिया ग्रुप द्वारा किये गए स्टिंग ऑपरेशन से हुआ है। जहां पर मौजूद एक महिला खुद कह रही है कि मैं नेताओं का टेस्ट जानती हूं। वह ग्लैमर वाली लड़कियां चाहते हैं। कोई सिंगल तो कोई डबल एंजॉय करता है।
.कभी-कभी तो एक ही लड़की से दो-दो नेता लग जाते हैं। ऐसे नेता भी हैं, जो पैसा देकर भी सेक्स नहीं करते हैं। इसलिए हम लोग टेस्ट के हिसाब से लड़कियां भेजते हैं। आप तो कैंडिडेट्स सेट कीजिए हाई प्रोफाइल लड़कियों से ऐश कराने की जिम्मेदारी हमारी होगी। बिहार चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व ने बड़ी जिम्मेदारी दी है, इससे काम आसान हो जाएगा। हर तरफ अपना जलवा है, हर पार्टी में अपने लोग हैं। इसलिए मेरी साइड से आप निश्चिंत रहिए,
. .हमसे कोई सवाल नहीं कर सकता। पार्टी के विधायकों को भी पता है, लेकिन पूछने की हिम्मत किसी में नहीं। आप मुझे सामान्य लीडर मत समझिए, कई बड़े नेता हमारे संपर्क में हैं। वहीं कैमरे पर यह दावा करती एक बीजेपी लीडर FJ हैं, जो झारखंड में पार्टी की अनुसूचित जाति मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं। केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर वह बिहार विधानसभा चुनाव में ‘जय भाजपा, विजय भाजपा’ अभियान चला रही हैं।
.BJP अनुसूचित जाति मोर्चा की मंत्री FJ तक जब बड़े मीडिया ग्रुप की टीम बिहार और झारखंड के बड़े नेटवर्क को खंगालने के बाद पहुंची। तो उनको पहला इनपुट 10 जून 2025 को मिला, जब HAM पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष DP और उसकी पत्नी K को मुजफ्फरपुर पुलिस ने सैक्स स्कैंडल में गिरफ्तार किया। पति-पत्नी का हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का बड़ा नेटवर्क था। वहीं बड़े मीडिया ग्रुप की टीम को HAM नेता D और उसकी पत्नी K से जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे।
. .वहीं बड़े मीडिया ग्रुप को हाथ जो सबूत लगे, वह पुलिस की जांच में भी सामने आए। दोनों हाई प्रोफाइल लड़कियों की फोटो वॉट्सऐप पर वीआईपी लोगों को भेजते थे। बड़े-बड़े होटलों में लड़कियां भेजी जाती थीं। इसमें नेता और बिजनेसमैन के साथ कई वीआईपी लोग शामिल थे। विधानसभा चुनाव में नेताओं को लड़कियां सप्लाई करने की प्लानिंग का भी पता चला। मुजफ्फरपुर से शुरू हुई मीडिया की इन्वेस्टिगेशन में पटना के गर्ल्स हॉस्टल्स का क्लू मिला।
. .मुजफ्फरपुर से इनपुट मिलने के बाद हमने गर्ल्स हॉस्टल्स को आइडेंटिफाई करना शुरू किया। पटना में 12 से अधिक गर्ल्स हॉस्टल की रेकी करने और आसपास के लोगों से इनपुट जुटाने के बाद 8 अक्टूबर तक हमने पटना के 4 गर्ल्स हॉस्टल को भी आईडेंटिफाई किया। अब देखना यह होगा की आने वाले समय में पुलिस अपनी जाँच में क्या कोई खुलासा करती है या फिर बड़े मीडिया ग्रुप द्वारा किया गया यह खुलासा भी बड़े नेताओं की राजनीति की भेंट चढ़ जाता है।

















































