PTB Big न्यूज़ अमृतसर / चंडीगढ़ : अमेरिका से डिपोर्ट लोगों की आपबीती ने Donkey Route के काले कारोबार के काले सच को उजागर कर दिया है। इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, लेकिन पीड़ित अवैध एजेंटों के खिलाफ शिकायत करने से अभी तक कतरा रहे हैं। Deport किए गए लोगों ने बताया कि Travel Agent विदेश भेजने से पहले ही उनसे खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवा लेते हैं। इन कागजों पर लिखा होता है कि यदि कोई अनहोनी होती है,
. .तो वे इसके जिम्मेदार नहीं होंगे। विदेश जाने की चाह में युवा बिना सोचे-समझे इन पर हस्ताक्षर भी कर देते हैं, और यही उनकी कानूनी लड़ाई में सबसे बड़ी बाधा बनती है। स्थानीय Travel Agent अकेले इस गोरखधंधे में शामिल नहीं होते, बल्कि उनका एक बड़ा नेटवर्क होता है, जो गांव से लेकर America तक फैला होता है। इस नेटवर्क के कारण Travel Agents के खिलाफ शिकायत करना और भी मुश्किल हो जाता है। Donkey Route के माध्यम से विदेश जाने वाले युवा एजेंटों के
. .जाल में फंस जाते हैं। वे न सिर्फ आर्थिक रूप से लूटे जाते हैं, बल्कि कानूनी कार्रवाई से भी डरते हैं। इसके चलते Travel Agents का हौसला और बढ़ता है। एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के अनुसार Travel Agent के खिलाफ शिकायत न करने के कई कारण हैं। एजेंट मोटी रकम गैरकानूनी तरीके से लेते हैं, जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं होता। वे कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए सारे सबूत जुटाकर रखते हैं। इसके अलावा, खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाने के कारण पीड़ित कानूनी लड़ाई से डरते हैं।
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