PTB News

Latest news
इनोसेंट हार्ट्स में बड़ी धूमधाम से मनाया गया लोहड़ी व मकर संक्रांति पर्व जालंधर, नवनियुक्त मेयर विनीत धीर ने पदभार ग्रहण करते ही, शहर के विकसित व करप्शन को लेकर बनाई रणनीति, सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा मनाई गई "बेटियों की लोहड़ी" केएमवी का गांधीयन स्टडीज़ सेंटर अपनी स्थापना से कर रहा महिलाओं को सशक्त, स्किल कोर्स के साथ करियर बनाने का लक्ष्य : हंसराज महिला महाविद्यालय रेप केस में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को मिली बेल, लेकिन जेल से निकलने के लिए लेनी होगी एक ओर जम... जालंधर देहाती पुलिस ने फिल्लौर में हुए कत्ल कांड को 24 घंटों में सुलझाया, दो को किया गिरफ़्तार, पंजाब, कौमी इंसाफ मोर्चा व पुलिस के बीच हुई झड़प, हुआ लाठीचार्ज, इंस्पेक्टर का फटा सिर, माहौल हुआ तन... दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान, 8 को आएंगे नतीजे, जालंधर की इस Immigration कंपनी ने कर दिया बड़ा कांड, थाने के बाहर हुआ जमकर हंगामा,
Translate

निजी अस्पतालों में आयुष्मान मरीजों से रुपए बसूलने के मामले आए सामने,

punjab-money-from-ayushman-patients-have-come-light-in-many-private-hospitals-bathinda

PTB Big न्यूज़ बठिंडा : पंजाब में कई निजी अस्पतालों में आयुष्मान मरीजों से रुपए लेने के मामले सामने आ रहे हैं। वे सर्जरी से पहले जांच में होने वाले खर्च का भुगतान मरीजों से करा रहे हैं, जबकि इस खर्च को भी पैकेज में शामिल करने का प्रावधान है। वहीं ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं, जहां शाम 4 बजे के बाद आयुष्मान मरीजों का पंजीकरण ही नहीं कर रहे हैं।

.

आयुष्मान योजना में यह भी प्रावधान है कि कहीं जाते वक्त अचानक तबीयत खराब हो गई और तत्काल जेब में कार्ड नहीं है तब भी योजना का लाभ मिल सकता है। बशर्ते बाद में परिजन द्वारा समय पर कार्ड उपलब्ध करा दें। योजना में 4 से 5 दिन बाद भी स्टेट मुख्यालय को रिपोर्ट भेजे जाने का विकल्प है। लेकिन निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों की सर्जरी प्लान करने के बाद डायग्नोसिस में होने वाले खर्च को

.

.

पैकेज में शामिल करने बजाय शुरुआती जांच के नाम पर मरीजों से अलग से शुल्क वसूल किए जा रहे हैं। इसी तरह जन्म लेने के बाद अगर नवजात शिशु का वजन कम व पीलिया जैसी बीमारी होने पर बच्चे को एसएनसीयू यानी स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में रखा जाता है। निजी अस्पतालों द्वारा एसएनसीयू की सुविधा के लिए परिजनों से प्रतिदिन 5 हजार रुपए वसूल किए जाते हैं।

.

.

अस्पताल आयुष्मान योजना में शामिल के बाद भी पोर्टल स्लो और कार्ड गलत बताकर परिजनों को परेशान किया जा रहा है। जबकि इस संबंध में परिजनों द्वारा समय-समय पर स्टेट शिकायत निवारण कमेटी के पास शिकायत भी किए जाते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती। इस संबंध में कार्यकारी सिविल सर्जन नवदीप सिंगला का कहना है कि मामले की जांच कर जरूरी हिदायतें जारी की जाएगी, वहीं गाइडलाइन के तहत बनती कार्रवाई भी की जाएगी।

.

.

Latest News