PTB Big न्यूज़ नई दिल्ली : अमेरिका जाकर एक बड़ी टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में शामिल होने की तैयारी कर चुके एक सीनियर भारतीय इंजीनियर को तब बड़ा झटका लगा, जब उनका वीज़ा इंटरव्यू महज 40 सेकंड में खत्म हो गया और आवेदन खारिज कर दिया गया। यह आपबीती भारत के एक सीनियर टेक्नोलॉजी इंजीनियर की है, जिनकी सालाना सैलरी करीब 1 करोड़ रुपये है। यह मामला अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग अमेरिकी वीज़ा प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।
.अपनी पहचान जाहिर न करते हुए भारतीय इंजीनियर ने बताया कि वे भारत की एक बड़ी टेक कंपनी में ‘सीनियर टेक लीड’ के तौर पर कार्यरत हैं। उन्हें अमेरिका के अटलांटा शहर में होने वाले प्रतिष्ठित ‘KubeCon + CloudNativeCon 2025’ टेक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए जाना था। इसके लिए उन्होंने B1/B2 (बिजनेस/टूरिस्ट) वीज़ा के लिए आवेदन किया था। सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, लेकिन इंटरव्यू का अनुभव बेहद चौंकाने वाला रहा।
.indian engineers story goes viral after he gets us visa rejected in 40 seconds earning rs 1 crore in salary USA Visa
.सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट (Reddit) पर अपना कड़वा अनुभव साझा करते हुए, इंजीनियर ने बताया कि नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दू_तावास में इंटरव्यू के दौरान अधिकारी ने उनसे केवल तीन संक्षिप्त सवाल पूछे। ये सवाल थे: “आपकी यात्रा का उद्देश्य क्या है?”, “आपने पहले किन देशों की यात्रा की है?”, और “क्या अमेरिका में आपका कोई रिश्तेदार या दोस्त है?”। इन तीन सवालों के जवाब देने के तुरंत बाद ही उनका वीज़ा आवेदन अस्वीकार कर दिया गया।
. .इंजीनियर के मुताबिक, जैसे ही उन्होंने इन तीन सवालों के जवाब दिए, उन्हें तुरंत वीज़ा रिजेक्ट होने की सूचना दे दी गई। पूरी प्रक्रिया 40 सेकंड के अंदर ही खत्म हो गई। टेक लीड ने हैरानी जताते हुए कहा कि उनके पास 11 साल का स्थायी नौकरी का रिकॉर्ड है। वे पहले लिथुआनिया, मालदीव और इंडोनेशिया जैसे देशों की यात्रा भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं, भारत में उनका आठ महीने का एक बच्चा भी है, जो उनके देश वापस लौटने का एक मजबूत कारण (Ties to Home Country) है।
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.इसके बावजूद उनका वीज़ा अस्वीकार कर दिया गया। यह कहानी रेडिट पर शेयर होते ही वायरल हो गई, जिस पर हजारों लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई यूजर्स ने हैरानी जताते हुए कहा कि अगर 1 करोड़ रुपये की सैलरी, स्थिर नौकरी और मजबूत पारिवारिक जुड़ाव के बावजूद वीज़ा नहीं मिल रहा है, तो आम लोगों का क्या होगा? अमेरिकी दूतावास के नियमों के मुताबिक,
.वीज़ा देना या न देना पूरी तरह से इंटरव्यू लेने वाले अधिकारी के विवेक पर निर्भर करता है। यदि अधिकारी को यह लगता है कि उम्मीदवार का अपने देश से जुड़ाव पर्याप्त मजबूत नहीं है, तो Section 214(b) के तहत वीज़ा अस्वीकार किया जा सकता है। यह मामला दिखाता है कि आज के दौर में सिर्फ मोटी सैलरी या अच्छी नौकरी ही वीज़ा पाने की गारंटी नहीं है, बल्कि यह साबित करना भी उतना ही जरूरी है कि आप यात्रा के बाद अपने देश वापस जरूर लौटेंगे।

















































