देर रात तक LPU प्रबंधक, पुलिस व जिला प्रशासन छात्रों के भारी हंगामें को शांत करवाने में रहे विफल,
अगर युवक ने सुसाईड नोट लिख कर सुसाईड किया था तो क्यों सुसाईड नोट को देर रात ही छात्रों के लिए क्यों नहीं किया गया सर्वजनिक,
PTB Big न्यूज़ जालंधर (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का MMS कांड मामला अभी सुलझा ही नहीं था कि जालंधर की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में देर रात छात्रों ने भारी हंगामा कर डाला, कारण था यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्र के सुसाइड कर लेने के मामले को LPU प्रबंधकों द्वारा दबाया जाना / मिली जानकारी के अनुसार केरल के रहने वाले छात्र इजिन एस दिलीप कुमार पुत्र दिलीप कुमार ने बीती शाम को अपने कमरे में सुसाइड कर लिया /
जिसके बाद जब छात्रों को इस बात का पता चला तो उन्होंने तुरंत LPU में एम्बुलेंस को बुलाने की बात कही जोकि काफी देर से पहुंची, विद्यार्थियों का कहना था कि अगर एम्बुलेंस समय रहते पहुंच जाती तो शायद मृतक युवक कि जान बच जाती / फ़िलहाल पुलिस को जैसे ही LPU के अंदर हंगामें की सुचना मिली तो पुलिस अधिकारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए और छात्रों को तीतर-बितर करने के लिए देर रात छात्रों पर लाठियां भी भांजी /
पुलिस का कहना है कि पहले काफी देर मनाती रही, लेकिन जब छात्र ज्यादा ही हंगामा करने पर उतर आए को उन्हें हटाने के लिए पुलिस वे हल्का बल प्रयोग किया / इसमें कुछ छात्रों को चोटें भी आई हैं / इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी के गुस्साए छात्रों ने हॉस्टल से निकलकर रात भर हंगामा जारी रखा और सड़क पर उतर आये / उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की / छात्रों का आरोप है कि जिस स्टूडेंट की मौत हुई है, वह बच सकता था, लेकिन यूनिवर्सिटी में एम्बुलेंस ही देर से पहुंची, साथ ही छात्र यह भी मांग कर रहे थे कि मृतक के कमरे से जो सुसाइड नोट मिला है, उसे सार्वजनिक किया जाए /
LPU के छात्र लगातार वी वांट जस्टिस के नारे लगा रहे / पुलिस रातभर माहौल को शांत करने की कोशिशों में जुटी रही / वहीं पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने छात्रों को मनाने की कोशिश की, लेकिन उनकी कोशिश असफल रहीं / पुलिस छात्र का शव एम्बुलेंस में डाल कर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल फगवाड़ा में ले जाना चाहती थी, लेकिन छात्रों ने एम्बुलेंस का रास्ता रोक लिया / पुलिस को शव यूनिवर्सिटी से बाहर ले जाने ही नहीं दिया / कड़ी मशक्कत के बाद एम्बुलेंस को किसी दूसरे रास्ते से निकाला गया / शव को फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में रखवाया गया है /
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उसके परिजनों के आज पहुंचने की उम्मीद है और उनके आने के बाद ही डैड बॉडी का पोस्टमार्टम करवा शव उन्हें सौंपा जाएगा / कपूरथला पुलिस के अधिकारी ने बताया की लवली यूनिवर्सिटी में श्याम 5:30 बजे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके तुरंत बाद पुलिस ने कमरे को सील कर दिया और वहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें मरने वाले छात्र ने कई कारण लिखे हैं /
वहीं SDM फगवाड़ा ने कहा यह बहुत ही दुःखदाई घटना है और उन्होंने लवली यूनिवर्सिटी के छात्रों से कहा है कि किसी प्रकार की अफवाह ना फैलाई जाए और ना उस पर यकीन किया जाए / उन्होंने यूनिवर्सिटी के छात्रों से यह भी अपील की है कि वे शांति बनाए रखें / हालाँकि कोई भी विद्यार्थी यह मानने को तैयार नहीं है कि इजिन एस दिलीप कुमार सुसाईड कर सकता है, क्योंकि छात्रों के अनुसार वह बहुत ही मेहनती और होनहार विद्यार्थी था /
इस पूरी घटना के बावजूद लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी यानि LPU प्रबंधक ने ना तो मीडिया और ना ही छात्र के सुसाइड के बाद को अपना बयान जारी किया बल्कि LPU ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स (Twitter) पर बयान जारी कर छात्र की मौत पर गहरा दुःख जताकर पुरे मामले से पल्ला झाड़ लिया / जब इस संबंध में LPU प्रबंधक अमन मित्तल से सम्पर्क करने कि कोशिश कि तो उनका फ़ोन नहीं लग रहा था, लेकिन हमने व्हाट्सएप पर जब उनसे सम्पर्क किया तो उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया /
फ़िलहाल ट्विटर पर LPU प्रबंधकों ने लिखा कि हॉस्टल के कमरे से छात्र का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है / जिसमें उसने अपने निजी कारणों से आत्महत्या की है / लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के प्रबंधकों ने कहा कि वह पुलिस और प्रशासन को इस सारे मामले की जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं / फ़िलहाल सोचने वाली बात तो यह है कि जिला जालंधर में बहुत से इंस्टिट्यूट व युनिवर्सिटी हैं लेकिन हमेशा विवादों में LPU ही क्यों रहता है / अगर इजिन एस दिलीप कुमार ने सुसाईड किया था और जब उसके पास से सुसाईड नोट मिल ही चूका था तो LPU प्रबंधक व पुलिस व जिला प्रशासन देर रात तक विद्यार्थियों को शांत क्यों नहीं करवा सके?