PTB Big न्यूज़ लुधियाना / जालंधर : पंजाब में पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। इसका कारण पंजाब में लगातार हो रही गोलीबारी की घटनाएं जो दर्शाती हैं की पंजाब पुलिस के हाथों में पहले जैसा डैम नहीं रहा ताकि अपराधियों, गैंगस्टरों, लुटेरों पर सकती से लगाम और अवैध हथियारों की सप्लाई पर लगाम लगाई जा सके। जिसका नतीजा यह हुआ कि बीती रात लुधियाना में खुड्डा मोहल्ला में जूत्ता कारोबारी गुरविंदर सिंह प्रिंकल की दुकानों पर बाइक सवार 4 से 5 बदमाशों ने धावा बोल दिया।
.यही नहीं बदमाशों के होंसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने प्रिंकल की जूत्तों की दुकान में घुस कर उसे गोलियां मारी और इस दौरान प्रिंकल ने भी क्रास फायरिंग की अपना बचाव करने की कोशिश की तो इस क्रास फायरिंग में गैंगस्टर रिषभ बेनिपाल उर्फ नानू सुशील जट्ट के भी गोलियां लगी बताई जा रही है। वहीं इस हमले में प्रिंकल के 4 गोलियां कंधे और छात्ती पर लगी है। जिसे फोर्टिस अस्पताल दाखिल करवाया है। वारदात के करीब 7 घंटे बाद रिषभ बेनीपाल और सुशील जट्ट को CIA की टीम ने दबोच लिया है।
.वहीं सूत्रों मुताबिक गोलियां लगने के बाद रिषभ और सुशील दोनों उपचार के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। रिषभ के 3 गोलियां लगी और सुशील जट्ट के 4 गोलियां लगी है। कई घंटे बदमाश पुलिस के साथ आंख मचोली करते रहे, लेकिन जब दर्द ज्यादा बढ़ गया तो दोनों बदमाश खुद ही सिविल अस्पताल में उपचार के लिए आ गए। वहीं मौके पर CIA की टीम ने दोनों बदमाशों को दबोच लिया। रिषभ और सुशील दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है।
.वहीं बिगड़ती हालत देख तुरंत सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे DMC अस्पताल रेफर कर दिया। DMC अस्पताल में थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस और CIA स्टाफ की टीमें तैनात है। रिषभ और सुशील की हालत बेहत गंभीर है। उधर थाना डिवीजन नंबर 3 की पुलिस ने रिषभ बेनीपाल उर्फ नानू, हनी सेठी,हरप्रीत सिंह, एडवोकेट गगनप्रीत सिंह, रजिंद्र सिंह, सुखविंदरपाल सिंह सहित 5 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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वहीं प्रिंकल की महिला मित्रा नवजीत की पीठ पर दो गोलियां लगी है। नवजोत की रीढ़ की हड्डी के रास्ते गोली किडनी में जा घुसी। प्रिंकल और उसकी दोस्त को फोर्टिस अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। प्रिंकल की हालत स्थिर बताई जा रही है लेकिन महिला नवजीत कौर की हालत चिंताजनक है। दो गोलियां पीठ के जरिए लगने के कारण वह बेसुध हालत में है। बताया जा रहा है की नवजीत की हालत गंभीर है। डॉक्टरों के अनुसार महिला को लगी गोलियों में से एक गोली उसकी रीढ़ की हड्डी में से होते हुए किडनी में जा लगी है,
.जिससे उसका खून भारी मात्रा में बह गया। जिसे देर रात को वैंटिलेटर पर रखा गया। वहीं सूत्रों की मानें तो इस क्रॉस फायरिंग में गैंगस्टर रिषभ बेनीपाल के पेट में गोली लगी है। सुशील के भी शरीर के कई अंगों पर गोलियां लगी है। हमला करने वाले बाकी के बदमाशों को दबोचने के लिया। घटना स्थल के नजदीकी अस्पतालों में पुलिस देर रात तक चैकिंग करती रही। पता चला है कि बदमाश फील्ड गंज के रास्ते से जगराओं पुल की तरफ भागे थे।
.वही वारदात में घायल महिला नवजीत कौर की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार महिला को लगी गोलियों में से एक गोली उसकी रीढ़ की हड्डी में से होते हुए किडनी में जा लगी है, जिससे उसका खून भारी मात्रा में बह गया, जिसे देर रात को वेंटिलेटर पर रखा गया। आपको यह भी बता दें बदमाशों ने जैसे ही दुकान के अंदर घुस कर प्रिंकल पर फायरिंग की तो ग़नीमत रही कि एक गोली उसके सिर पर पहनी टोपी के किनारे पर गोली लगी। टोपी तो बुरी तरह नष्ट हो गई लेकिन प्रिंकल के माथे से आर-पार होने वाली गोली से उसका बचाव हो गया।
.प्रिंकल पहले ही इस मामले में पुरानी रंजिश का जिक्र कर चुका है। प्रिंकल का उसकी पत्नी के साथ विवाद चल रहा है। उसकी पत्नी के साथ लवमैरिज हुई थी लेकिन अब पिछले कुछ महीनों से उसकी पत्नी भी उससे अलग रह रही है। प्रिंकल की पत्नी के साथ रिषभ बेनीपाल नानू शादी करवाना चाहता था लेकिन उस समय शादी हुई नही थी। बदमाश मौके से भागते हुए अपना एक अवैध पिस्टल मौके पर ही छोड़ गए। प्रिंकल की दुकान के बाहर बड़ी संख्या में गोलियों के खोल बरामद हुए।
.वहीं आपको यह भी बता दें की करीब 1 सप्ताह पहले रिषभ बेनीपाल और उसके कुछ साथियों ने जालंधर के एक नामीं बुकी का जुआ लूट लिया था। दरअसल जालंधर का यह व्यक्ति थाना डिवीजन नंबर 3 में किसी घर में जुआ खेलने आया था। रिषभ बेनीपाल जुआ हार गया था। इसी बात की रंजिश रख कर उसने जालंधर के उक्त व्यक्ति को शिव पुरी जालंधर बाइपास नजदीक घेर लिया। उसकी कार में बैठकर बदमाशों ने लाखों रुपए की फिरोती ली और उससे जोर-जबरदस्ती करके उसका लाइसेंसी रिवाल्वर छीन लिया।
.इस घटना के बाद हैबोलाल की पुलिस मामले की जांच करने पहुंची है। रिषभ बेनीपाल पर कई केस पेडिंग दर्ज है। इस सारी घटना के बाद सवाल यह उठता है की क्या पुलिस हमेशा वारदात के बाद ही सतर्क होगी। लुधियाना पुलिस ने एक हफ्ते पहले हुई जालंधर के बुकी से लूट के मामले में कोई कदम उठाया था या नहीं या फिर पुलिस को भी पिंकल पर हुए हमले के बाद ही बुकी से हुई लूट के मामले की जानकारी मिली । वहीं पुलिस पिंकल पर हुए हमले के बाद करीब 7 घंटे तक आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ पाई,
जबकि हमलावर खुद पिंकल द्वारा अपने बचाव में चलाई गई गोली से घायल हो चुके बदमाश पुलिस के साथ आंख मचोली करते रहे, जब दर्द ज्यादा बढ़ गया तो कैसे पुलिस की नाकाबंदी और भारी सुरक्षा में सिविल अस्पताल लुथियाना में उपचार के लिए पहुंच गए और CIA की टीम ने तभी दोनों घायल बदमाशों को दबोचने का बड़ा दवा कर दिया।