[smartslider3 slider=7].
[smartslider3 slider=8].
[smartslider3 slider=9].
[smartslider3 slider=10].
[smartslider3 slider=11].
[smartslider3 slider=14].
[smartslider3 slider=15].
[smartslider3 slider=17].
[smartslider3 slider=18].
[smartslider3 slider=19].
Use of puppets for teaching stories to students in Dips
(पढ़ें और देखें पीटीबी न्यूज़ पर)
PTB न्यूज़ “शिक्षा” : डिप्स करोलबाग के प्री-प्राईमरी विभाग में विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की कहानियां स्टोरी टाईम विद पपेट्स के माध्यम से दिखाई गई / राजस्थान की परम्परा से जुड़ा कठपुतलियों का नृत्य अपने आप में असीम विरासत समेटे हैं /
राजस्थान में पौराणिक काल से लेकर आज तक कहानियों तथा नृत्य को इसी माध्यम से समझाया तथा दिखाया जाता है / कहते है इस माध्यम का प्रयोग करते हुए यदि किसी को कुछ याद करवाया जाए तो वह कभी नही भूलता / डिप्स करोलबाग में भी नन्हे मुन्हे विद्यार्थियो को कहानिया समरण करवाने के लिए कठपुतलियों का प्रयोग किया गया /

इस शो में विद्यार्थियों को थ्रस्टी क्रो, द लिटल हैड हैन, घंटी कौन बंधेगा, नैवर से नो, घर की नीव घर के बजुर्ग आदि कहानियों को नन्हें मुन्हों के सामने प्रस्तुत किया गया / कहानियों में रोचकता को बढ़ाने के लिए गौरी शर्मा, तृप्ति, आरव, तन्मय, कैशविन तथा अनीता ने प्पेट्स का रूप धारण कर कहानी को अपने शब्दों में सबके समक्ष प्रस्तुत किया / इस गतिविधि का मुख्य उदेश्य विद्यार्थियों को कला के माध्यम से नैतिक शिक्षा प्रदान करना तथा अपनी पौराणिक विरासत से जोड़ना था /
स्कूल की प्रिंसीपल सर्वेश दयोल ने सभी बच्चों को कहा कि चाहे यह कला राजस्थान की मिट्टी से जुड़ी हैं, किन्तु आज इसका प्रसार पूरे विश्व में हो चुका है / इस कला की सबसे खास बात यह है कि कठ्पुतलियों को किसी भी देश के परिधान पहना कर किसी भी भाषा का प्रयोग करते हुए बच्चों को समझाया जा सकता है / इस दौरान उन्होंने बच्चों को शुभकामनाएं दी तथा नैतिक मुल्यों से जुड़े रहने के लिए कहा /
Use of puppets for teaching stories to students in Dips