पीटीबी न्यूज़ “धार्मिक” : सावन का महीना शुरू हो चुका है और अगले महीने मां चिंतपूर्णी और चामुंडा देवी में मेले शुरू होने जा रहे हैं। लाखों श्रद्धालु जालंधर से मां के मेलों में दर्शनों के लिए जाते हैं उसके बावजूद लम्मा पिंड से लेकर झंडू सिंघा तक खस्ता हालत रोड को न तो बनाया जा रहा है और न ही पैचवर्क करवाया जा रहा है। दरअसल, रोड की खस्ता हालत के कारण 20 से अधिक कॉलोनियों और 10 से अधिक गांव इससे परेशान हैं।
वह कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को इस रोड के बारे में लिखित में शिकायत भी दे चुके हैं और मांग भी कर चुके हैं कि जल्द रोड तैयार की जाए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब बरसात में इस रोड में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। क्योंकि इस रोड पर इतने बड़े गड्ढे हैं कि न तो पैदल चलने वाला सुरक्षित है और न ही वाहन चलाना। बरसात का पानी कई-कई दिनों तक रोड पर जमा रहता है।
इस रोड पर सबसे ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है लेकिन जब बरसाती पानी भर जाता है तो उसमें से निकलना काफी मुश्किल हो जाता है। होशियारपुर रोड पर जितने भी दुकानदार और कॉलोनियों के लोग हैं उनका कहना है कि हिमाचल जाने के लिए लोगों ने अपना रूट ही बदल दिया है या तो वे फगवाड़ा होकर जा रहे हैं या फिर वे ऊपर से होते हुए होशियारपुर जा रहे हैं। इन दोनों रूटों से वाहन चालकों को 10 से 15 किलोमीटर का सफर जरूर ज्यादा पड़ता है
लेकिन 3 से लेकर 5 फुट तक जो गड्ढे होशियारपुर रोड पर पड़े हुए हैं उससे छुटकारा मिल जाता है और वाहन टूटने से बच जाते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी टू व्हीलर चालकों को होती है। ऐसे में हिमाचल जाने के लिए लोगों ने अपना रूट ही बदल दिया है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होने के कारण कई जगह लैंडस्लाइट की घटनाएं सामने आ रही है। पिछले 36 घंटों में राज्य में 13 लैंडस्लाइड और 9 अचानक बाढ़ की सूचनाएं है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है और साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर – 1100,1070,1077 भी जारी किया है।