PTB Big न्यूज़ लखनऊ : आपने सर्च कर लिया इंटरनेट पर …। गोल्डी बराड़ गैंग से है हम मिस्टर…। जो कहा है वह कर दो। हमारी सेवा न करने वाले की हम करते हैं। जैसे सिद्धू मूसेवाला की सेवा की थी। आज की तारीख में अभी के अभी दस पेटी का इंतजाम कर दो हमारे लिए। हमारे शूटर परेशान हैं। नहीं तो कल का सूरज नहीं देख सकोगे।
यह बात खुद को गोल्डी बराड़ गिरोह का सदस्य बताकर सरोजनीनगर के सराफा कारोबारी जितेंद्र कुमार को मंगलवार सुबह व्हाट्सएप कॉल पर धमकी दी गई। पीड़ित ने सरोजनीनगर थाने में केस दर्ज कराया है। मामले की जांच साइबर क्राइम सेल के सहयोग से शुरू कर दी गई है। पंजाबी गायब व रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बराड़ गिरोह का नाम सामने आया है। इस हत्याकांड के बाद यह गिरोह पूरे देश में आतंक का पर्याय बन गया है।
मंगलवार सुबह इसी गिरोह के नाम से लखनऊ के एक सराफा कारोबारी जितेंद्र कुमार को +17172515269 नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने सरोजनीनगर के गौरी हीरालाल नगर निवासी जितेंद्र से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रुपये न देने पर उसने सुबह का सूरज न देख पाने की धमकी दी है।
कारोबारी के पास धमकी भरी कॉल आने के बाद से अन्य व्यापारियों में भी दहशत है। कारोबारी जितेंद्र ने सरोजनीनगर थाने में तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार आर्य के मुताबिक, तहरीर के आधार पर पुलिस ने 10 लाख की रंगदारी मांगने व धमकी देने का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच व मोबाइल नंबर की पड़ताल
सरोजनीनगर के गौरी हीरालालनगर निवासी जितेंद्र की बिजनौर रोड पर मां अन्नपूर्णा ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। जितेंद्र व उनके भाई मिलकर प्रॉपर्टी का भी काम करते हैं। जितेंद्र के मुताबिक, सुबह करीब 9.25 बजे उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को गोल्डी बराड़ गिरोह का सदस्य बताया। उसने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। न देने पर हत्या करने की धमकी दी। एसीपी कृष्णानगर पवन गौतम के मुताबिक, मामले की जानकारी मिलने पर सराफा कारोबारी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
कॉल करने वाले कहा कि इंटरनेट पर गोल्डी बराड़ नाम डालकर सर्च करो। पता चल जाएगा कि गोल्डी बराड़ कौन है। सराफा कारोबारी जितेंद्र को कॉल कर सबसे पहला यह शब्द धमकी देने वाले ने कहा। इसके बाद बोला कि आप ज्वैलरी वाले बात कर रहे हो न..। जितेंद्र ने हां में जवाब दिया। दूसरी तरफ से आवाज आई कि अब बताओ क्या बात कह रहे थे। अभी बताओ। जितेंद्र ने रुपये देने में असमर्थता जाहिर कर कहा कि वह इस समय परेशान हैं। इस पर धमकाने वाले ने कहा कि परेशान तो हमारे शूटर हैं। हम आपकी परेशानी दूर करने के लिए बैठे हैं। जितेंद्र से वह बार-बार सेवा करने की बात कह रहा था।
इस पर जितेंद्र ने पूछा कि कैसी सेवा करनी है आपकी। तल्ख लहजे में कहा कि हमने क्या कहा, समझ नहीं आया। जो हमारी सेवा नहीं करता है, उसकी हम कर देते हैं। जैसे सिद्धू मूसेवाला की कुछ दिन पहले की थी, वैसी ही कर देंगे। सेवा हम बता रहे हैं, सुनो नहीं तो सुना देंगे। काम की बात करो, मुद्दे पर आओ। अभी के अभी दस पेटी चाहिए, आज की तारीख में । जितेंद्र ने कहा कि रुपये नहीं है, जमीन लिख दूं…। इस पर उसने कहा कि पैसे नहीं हैं… 10 पेटी दे दो नहीं तो कल का सूरज नहीं देखोगे। इसके बाद कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया। करीब 2.06 मिनट की कॉल में यही बात हुई।