PTB Big न्यूज़ चंडीगढ़ (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई कार्रवाई से पंजाब के तमाम आईएएस अफसरों और पीसीएस अधिकारियों में खासा रोष पाया जा रहा है। दोनों मामलों में अधिकारियों के विरोध के बाद पंजाब सरकार दबाव में आ गई है। हाल ही में विजिलेंस ने औद्योगिक प्लॉट आवंटन घोटाले में आईएएस नीलिमा के खिलाफ कार्रवाई की है।
इसी के चलते करीब 50 आईएएस का प्रतिनिधिमंडल पंजाब के मुख्य सचिव वीके जंजुआ से मिला। अधिकारियों ने नाराजगी जताई और कहा कि आईएएस नीलिमा के खिलाफ मामला दर्ज करने से पहले उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। इस विवाद के बाद सीएम भगवंत मान ने मुख्य सचिव से पूरे मामले पर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है। बीते दिन सीएम भगवंत मान ने आइएएस और पीसीएस अधिकारियों की एसोसिएशन के साथ अलग-अलग बैठकें कीं।
इनमें से IAS निलिमा के खिलाफ दर्ज केस को लेकर मुख्यमंत्री मान ने मुख्य सचिव वीके जंजुआ से मंगलवार तक इस बात की रिपोर्ट मांगी है कि क्या केस दर्ज करने के लिए विजिलेंस ने अनुमति लेकर कार्रवाई की है या नहीं। अगर ऐसा नहीं किया गया है तो नियमों के मुताबिक संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। वहीं पीसीएस अधिकारी मान के साथ बैठक के बाद भी संतुष्ट नहीं हुए।
उनका कहना है कि गिरफ्तार किए गए नरिंदर सिंह तुरंत रिहा किया जाए, नहीं तो हड़ताल जारी रहेगी। सोमवार को IAS अधिकारियों के साथ करीब आधा घंटा तक बैठक करने के बाद मान ने मुख्य सचिव को आदेश दिए हैं कि दस जनवरी तक विजिलेंस द्वारा की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट दी जाए।
उन्होंने विजिलेंस ब्यूरो का वह रिकार्ड तलब करने के लिए कहा है जिसके आधार पर IAS नीलिमा के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही विजिलेंस ब्यूरो को कानून की धाराओं का सम्मान करने के निर्देश भी दिए हैं। दूसरी तरफ पीसीएस अधिकारी सोमवार से पांच दिन के लिए सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इस कारण पूरे राज्य में प्रशासनिक कामकाज ठप हो गए हैं। रेवेन्यू अफसर एसोसिएशन और पंजाब स्टेट इंजीनियर एसोसिएशन ने भी पीसीएस अधिकारियों का समर्थन कर दिया है।
जिस प्रकार IAS और PCS अधिकारियों ने सरकार पर दबाव बनाया है, उससे लगता है कि इन दोनों मामलों की जांच ढीली पड़ सकती है। मुख्यमंत्री मान के साथ बैठक के दौरान नीलिमा के IAS पति अमित कुमार ने कहा कि उनकी पत्नी ने कुछ गलत नहीं किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि वह इस्तीफा देकर अपनी पत्नी को न्याय दिलवाने के लिए लड़ेंगे। उनके साथ ही कुछ और IAS अधिकारियों ने भी इस्तीफा देने की बात कही।