सन्नी देओल-रणदीप हुड्डा पर हुई FIR के बाद लिया फैसला,
PTB Big न्यूज़ जालंधर : पंजाब में जाट फिल्म में विवादित सीन को लेकर फिल्म के निर्माताओं और अन्य टीम सदस्यों ने माफी मांग ली है। शुक्रवार को देर शाम इस बारे में सोशल मीडिया पर एक पोस्टर शेयर किया गया, जिसमें जाट फिल्म की टीम ने कहा- हमारा मकसद किसी भी धर्म या व्यक्ति की भावनाओं को आहत करना नहीं था। इसके अलावा भी टीम ने कई और बातें कही है। जाट फिल्म 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी।
.इसके बाद विवादित सीन को लेकर ईसाई समाज ने प्रदर्शन किया था। इसके चलते 2 दिन पहले बॉलीवुड एक्टर सनी देओल और रणदीप हुड्डा समेत 5 लोगों पर FIR दर्ज की गई थी। इसके तुरंत बाद ही फिल्म मेकर्स ने विवादित सीन को हटा लिया था। अब फिल्म मेकर्स की ओर से माफी मांगी गई है। बता दें कि रणदीप हुड्डा हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले वे फिल्म के प्रमोशन के लिए रोहतक भी पहुंचे थे। इसके बाद वह जसिया गांव में अपने पुश्तैनी मकान में भी गए थे।
. .यहां मकान की छत से पूरे गांव को देखा था। उन्होंने फिल्म का डायलॉग बोला था-म ‘सिर कटने के बाद भी यह हाथ तलवार नहीं छोड़ता, मैं जाट हूं’। ईसाई समुदाय के नेता विकलाव गोल्डी ने 15 अप्रैल को जालंधर कमिश्नरेट पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने कहा था- कुछ दिन पहले सिनेमाघरों में जाट फिल्म रिलीज हुई। फिल्म में रणदीप हुड्डा ने ईसा मसीह और हमारे धर्म में इस्तेमाल की जाने वाली पवित्र चीजों का अपमान किया। गोल्डी ने कहा कि रणदीप हुड्डा चर्च के अंदर प्रभु ईसा मसीह
.की तरह खड़े थे और हमारे शब्द ‘आमीन’ का अपमान कर रहे है। इसे ईसाई समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। विकलाव गोल्डी के मुताबिक फिल्म में रणदीप हुड्डा द्वारा यह भी कहा गया कि आपके प्रभु ईसा मसीह सो रहे हैं और उन्होंने मुझे भेजा है। ऐसे में जो लोग ईसा मसीह के विरोधी हैं, वे ऐसी फिल्में देखकर हमारे चर्चों पर हमला करेंगे। इसे देखकर देश-विदेश में रहने वाले ईसाई समुदाय में गुस्सा है। ईसाई समुदाय के नेताओं ने पुलिस अधिकारियों को FIR दर्ज करने के लिए 2 दिन
. .का टाइम दिया था। उन्होंने केस दर्ज न करने पर बड़े प्रदर्शन का ऐलान किया था। ईसाई समुदाय का आरोप था कि जाट फिल्म में चर्च वाले सीन से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। ईसाई समाज ने जालंधर में प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने की मांग उठाई थी। ईसाई समाज के पंजाब में विरोध के बाद पुलिस ने गुरुवार को जालंधर के सदर थाने में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार, निर्देशक गोपी चंद, निर्माता नवीन मालिनेनी के खिलाफ केस दर्ज किया था।
.इसका असर यह हुआ कि फिल्म मेकर्स तुरंत ही फिल्म के विवादित सीन हटा दिए थे। पंजाब में लगातार हो रहे जाट फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन से फिल्म मेकर्स की चिंता बढ़ गई थी। विवादित सीन हटाने के बाद अब इसे लेकर एक पोस्टर जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि ईसाई समाज द्वारा रोष जताए जाने के बाद हमने उक्त विवादित सीन को हटा दिया है। इस गलती के लिए हमें खेद है। दोबारा हम उन लोगों के माफी मांगते हैं, जिनकी भावनाएं आहत हुईं है।
जाट फिल्म से शुक्रवार को चर्च का विवादित सीन हटा दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब के जालंधर में FIR के बाद ये फैसला लिया गया है। एक दिन पहले ईसाई समुदाय के अल्टीमेटम के बाद बॉलीवुड एक्टर सनी देओल और रणदीप हुड्डा समेत 5 लोगों पर FIR दर्ज की गई थी। ईसाई समुदाय का आरोप था कि जाट फिल्म में चर्च वाले सीन से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। ईसाई समाज ने जालंधर में प्रदर्शन भी किया था। उन्होंने फिल्म पर बैन लगाने की मांग उठाई थी।