पुंछ में रूबी कोर व दो बच्चों सहित 8 लोग हुए शहीद, 35 से ज्यादा हुए घायल, मकान गाड़ियां हुई तबाह, अस्पतालों में बढ़ी भीड़,
.PTB Big न्यूज़ जम्मू/राजौरी (रिपोर्ट) अनिल भारद्वाज : जम्मू कश्मीर के नियंत्रण सीमा रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तानी सेना ने रातभर कई अग्रिम गांवों पर भारी गोलाबारी की, जिसमें एक महिला रूबी कौर और दो बच्चों समेत 8 लोग शहीद हुए हैं जबकि लगभग 40 लोग घायल हो गए। इनमें से सात मौतें पुंछ जिले में हुई हैं, जो गोलीबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। पाकिस्तानी सेना ने पुंछ, राजौरी और उड़ी में भी गोलाबारी की,
.जिससे घरों को व्यापक नुकसान पहुंचा और कई वाहन घर जलकर खाक हो गए। पुंछ में मारे गए नागरिकों में एक महिला भी शामिल है, जिसका घर मोर्टार शेल की चपेट में आ गया। वहीं नियंत्रण सीमा रेखा के साथ लगते जिला राजौरी के ठंडीकस्सी, गंभीर में भी फायरिंग से चार लोग घायल हो गए। ठंडीकसी राजौरी नगर के साथ लगता गांव है। पाकिस्तानी गोलीबारी में घायल लोगों का उपचार जिला अस्पताल पुंछ व जीएमसी अस्पताल राजौरी में चल रहा है।
.पुंछ शहर में बाहरी जगहों व राज्यों से काम करने व रहने वाले लोगों ने पुंछ छोड़ दिया है कुछ लोगों को भारतीय सेना ने अपने ट्रकों में NH 144ए की और राजौरी सुरक्षित जगहों तक छोड़ा। लोगों की बचाब के लिए दौड़ भाग जारी है। अभी स्कूल कॉलेज व सरकारी निजी दायरे बंद हैं। वाहनों की आवाजाही बंद हैं। उड़ी सेक्टर में भी पाकिस्तानी सेना ने गोलाबारी की, जिसमें तीन बच्चों समेत दस नागरिक घायल हो गए। सलामाबाद के नौपोरा और कलगे इलाकों में
गोलाबारी से कई घर क्षतिग्रस्त हुए। उत्तरी कश्मीर के तंगधार में भी पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के पास आम नागरिकों को निशाना बनाया। तोपखाने से की गई गोलाबारी में एक कश्मीरी नागरिक का पूरा घर जलकर राख हो गया। डुंगी, केरी, मनकोट, कृष्णा घाटी, शाहपुर और अन्य सेक्टरों में भारतीय सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों पक्षों के बीच गोलाबारी जारी बंद है अधिकारियों ने बताया कि सीमा से सटे पांच जिलों में सभी स्कूल और
.शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का आदेश दिया गया है। पाकिस्तानी गोलाबारी से दहशत के कारण कई परिवारों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। गोलीबारी की आवाज से राजौरी पुंछ, उड़ी के घर मकान अंदर से कांप रहे थे और लोग सहमे हुए नजर आए। पाक की तरफ से रुक रुक कर बड़े हथियारों से गोलीबारी जारी है। सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में खौफ बना हुआ है। भारतीय लड़ाकू विमान खबर लिखे जाने तक मंडरा रहे थे। इस घटना के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है।