PTB Big न्यूज़ शिमला : हिमाचल प्रदेश से एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है। जहां दो राज्यों में यानी पंजाब और हिमाचल में दरार पैदा करने की कुछ शरारती अनसर कोशिश में लगे हैं। वहीं ऐसे में एक ऐसी ख़बर आई है जिससे हिमाचल प्रदेश के टैक्सी चालकों में रोष देखने को मिल रहा है। मामला हिमाचल के एक टैक्सी चालक से जुड़ा हुआ है, जहां के एक टैक्सी चालक के अपहरण की ख़बर से प्रदेश में सनसनी फैल गई है।
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ओर ऐसे में इस अपहरण के आरोप किसी ओर राज्य के युवकों पर नहीं बल्कि पंजाब के लुधियाना के दो पर्यटकों पर लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार लापता ड्राइवर के बेटे देसराज रनोट ने शिमला के सदर थाना में अपने पिता हरि कृष्ण रनोट के लापता होने के बाद अपहरण का मामला दर्ज कराया है। इसमें देसराज ने पिता के अपहरण की शंका जताई है। शिमला पुलिस ने इस बाबत जीरो FIR दर्ज कर इसे बिलासपुर के बरमाणा थाना के लिए भेज दिया है,
.क्योंकि हरि कृष्ण रनोट बरमाणा के आसपास की लोकेशन से ही लापता हुआ बताया जा रहा है। बिलासपुर पुलिस ने लापता हुए व्यक्ति हरि कृष्ण रनोट की तलाश के लिए SIT गठित कर जांच तेज कर दी है। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, देसराज नोट ने बताया कि बीते 24 जून को उनके पिता पंजाब-लुधियाना के दो पर्यटक गुरमीत सिंह व जसपाल करण सिंह को लेकर शिमला से मनाली गए थे। बीती 25 जून को वह अपनी ऑल्टो गाड़ी नंबर HP-01-A 5150 में दोनों पर्यटकों को लेकर मनाली से वापस लौट रहे थे।
. .इस दौरान रात 8 बजकर 20 मिनट पर बेटे देसराज की अपने पिता से बात हुई तो पिता ने बताया कि वह बरमाणा पहुंच रहे हैं और देर रात में शिमला लौटेंगे। रात सवा 11 बजे के करीब बेटे ने जब दोबारा पिता को फोन किया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। इसके बात जाँच के बाद फोन की जिस जगह आखिरी लोकेशन आई, वहां पर तीन दिन से हरि कृष्ण के परिजन और पुलिस तलाश कर रही है। मगर अभी तक कोई भी सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया है, हालांकि उनकी गाड़ी लुधियाना से पुलिस ने ट्रेस कर दी है।
.बताया जा रहा है कि गाड़ी में खून के धब्बे भी मिले हैं और पुलिस को मामला संदिग्ध लग रहा है इसलिए वह बारीकी से जाँच कर रही है। वहीं बरमाणा पुलिस की टीम दोनों पर्यटकों की धरपकड़ के लिए लुधियाना पहुंच गई है। मगर दोनों ही पर्यटक अभी फरार बताये जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार हरि कृष्ण रनोट शिमला में टैक्सी चलाते थे। वह अक्सर शिमला-मनाली रूट पर पर्यटकों को लेकर आते-जाते रहते थे। आप सभी से निवेदन है की दो राज्य जो एक दूसरे के बड़े और छोटे भाई हैं के बीच किसी भी तरह की नफरत ना फैलाई जाये इससे हिमाचल ही नहीं पंजाब के लोगों को भी बहुत परेशानियां होंगी।
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