PTB Big न्यूज़ हिमाचल प्रदेश / शिमला / सोलन : हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य में जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जबकी कई लापता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद हैं। समाचार एसेंसियों के अनुसार प्रदेश में सोमवार को बारिश के कहर के बीच शिमला में दो भूस्खलन और सोलन में बादल फटने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई।
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि समरहिल इलाके में एक शिव मंदिर ढह गया था और नाभा इलाके में एक अन्य जगह जहां कई घर मिट्टी और कीचड़ के नीचे दब गए है। मलबे से नौ शव निकाले गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। उपायुक्त आदित्य नेगी शिमला ने बताया कि दो जगह भूस्खलन में कई लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है। समरहिल में अब तक चार शव निकाले जा चुके हैं। इनमें तीन बच्चे व एक महिला का शव शामिल है।
सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई है। रविवार रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया। सोलन को मिली सूचना के अनुसार, गांव जडौण डाकघर में बादल फटने की घटना हुई। इससे दो मकान और एक गोशाला बह गई। जडौण गांव में रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए।
इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है। चार पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8), रक्षा (12) शामिल हैं। एक महिला कान्ता देवी की टांग टूट गई है। उसे उपचार के लिए भेजा गया है। जबकि पांच लोग ठीक हैं। एसडीएम कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य ने यह जानकारी दी। इसके पड़ोस के गांव जाबल में गोशाला गिरने से पांच पशु मर गए। सोलन के अर्की की बलेरा पंचायत में मकान गिरने से 21 वर्षीय युवती और 15 वर्षीय किशोर की मौत हो गई है।