PTB Big न्यूज़ जालंधर : नगर निगम कार्यालय में अब काम का तरीका बदलने जा रहा है। निगम कार्यालय के सभी प्रशासनिक काम अब मैनुअल के बजाए इंटरनल आनलाइन सिस्टम पर होंगे। विकास कार्यों से जुड़े एस्टीमेट से लेकर टेंडर प्रक्रिया और भुगतान की मंजूरी आनलाइन ही होगी। नगर निगम की बीएंडआर शाखा और ओएंडएम शाखा में इसे तुरंत प्रभाव से लागू करने के लिखित आदेश दिए हैं।
अब इन दोनों विभाग से जुड़े विकास कार्यों के एस्टीमेट बनाने से लेकर टेंडर प्रक्रिया और उसके बाद काम पूरा होने से लेकर भुगतान तक की प्रक्रिया आनलाइन होगी। किसी भी काम से जुड़ा कोई भी दस्तावेज कागजी रूप में मौजूद नहीं रहेगा। एक महीना पहले पंजाब सरकार ने इसके लिए साफ्टवेयर लांच कर दिया था।
अब नगर निगम कमिश्नर ने लिखित आदेश जारी किए हैं कि इसे पूरी तरह से अपनाया जाए। निगम कमिश्नर दविंदर सिंह ने कहा कि फाइलें सुरक्षित रखने और काम में तेजी लाने का यह सबसे बेहतर तरीका है और इसे सभी को हर हाल में अपनाना ही होगा। इससे आफिस में अनुशासन बढ़ेगा और काम की रफ्तार बढ़ेगी।
कोई भी फाइल अब मैनुअल रूप में स्वीकार नहीं होगी। सभी जिम्मेदार स्टाफ सदस्यों को लागिन आइडी और डिजिटल सिग्नेचर जारी किए जाएंगे। इससे जिम्मेदारी तय होगी। जिस किसी को भी इस प्रक्रिया से संबंधित प्रशिक्षण की जरूरत है तो वह इस पर अभी प्रशिक्षण ले लें। विकास कार्यों में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म होगा।
निगम का रिकार्ड भी सुरक्षित रहेगा। जब चाहे उसे देखा जा सकेगा। काम की प्रक्रिया भी तेज होगी।
काम के लिए फाइलें महीना महीना घूमना और कई बार फाइलों का गुम हो जाना भी बंद होगा। ई-आफिस पर काम न करने वालों का वेतन रुकेगा निगम स्टाफ के सभी सदस्यों को छुट्टी लेने से लेकर अपने सभी कार्यालय के काम भी ई-आफिस साफ्टवेयर के जरिए करने होंगे। निगम कमिश्नर ने आदेश दिया कि जो कर्मचारी की ई-आफिस के तहत काम नहीं करता है उसका वेतन जारी न किया जाए।
नगर निगम के सभी कर्मचारियों का रिकार्ड जिसमें छुट्टियां, बोनस से लेकर रिटायरमेंट तक सब ई-आफिस में अपडेट होगा। सेवामुक्ति पर यह कर्मचारी की फाइलें ढूंढ़ने की जरूरत नहीं रहेगी और सभी रिकार्ड एक क्लिक पर सामने आ जाएगा। ऐसे में कर्मचारियों को मौके पर ही उसके लाभ मिल जाया करेंगे।