PTB City न्यूज़ जालंधर : मेहर चन्द पॉलीटैक्निक कॉलेज ने अपनी स्थापना के 70 वर्ष सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। इन वर्षों में कॉलेज ने 36000 से भी अधिक इन्जीनियर पैदा किये हैं, जिनमें से अधिकतर ने अपने करियर की शुरुआत जे. ई. के पद से की और फिर ऐस. डी . ओ. , एक्स. ई .एन. , ऐस. ई . व चीफ़ इन्जीनियर तक भी पहुंचे।
.प्रिंसिपल डॉ. जगरूप सिंह ने बताया कि हमारे विद्यार्थी न सिर्फ़ इन पदों पर रहे बल्कि अनेक विद्यार्थी सफल उद्यमी, डायरेक्टर , प्रिंसिपल, जनरल मैनेजर, चेयरमैन, ऐम. डी. प्रोफ़ेसर, गैरिज़न इन्जीनि यर तक भी बने। उन्होंने बताया कि आगामी नवम्बर माह में सारे एलुमनाई मेम्बर्स के द्वारा प्लैटिनम जुबली का कार्यक्रम बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है, जिसमें 2000 से भी अधिक, पूरे भारत से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पुराने विद्यार्थी शामिल होंगे।
.वहीं सी . ऐल. कोछड ने कहा क़ि मैं इस कॉ लेज की देन नहीं भूल सकता। मैं यहां वि द्या र्थी भी रहा, लेक्चरर भी, विभाग प्रमुख भी, और फिर प्रिंसिपल भी बना।
.वहीं कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी रहे शिव कुमार मंगल ने कहा क़ि मैं पंचायती विभाग से चीफ़ इंजीनियर बनकर रिटायर हुआ हूं। मैं इस कॉलेज को सजदा करता हूं, जहां से पढ़कर मैं इस मुकाम पर पहुंचा।
.वहीं अजय गोस्वामीं ने कहा क़ि यह कॉलेज मेरे पिता जी ने 1954 में शुरू कि या था, जो पहले प्रिंसिपल थे। यहीं से पढ़कर मैंने इंडस्ट्री की शुरुआत की। आज ‘अजय इंडस्ट्री ‘ की पहचान विदेशों में भी है।
.वहीं विनोद कुमार ने कहा क़ि हमारे बैच ने सिल्वर जुबली इस कॉलेज में मनाई। प्रिंसिपल डॉ . जगरूप सिं ह ने इस बैच को गोल्डन बैच का खिताब दिया। मैं जे. ई. के रूप में पी . डबल्यू. डी. में भर्ती हुआ और एक्स. ई . ऐन. के पद से रिटायर हुआ।
.कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी अजय अरोड़ा ने कहा क़ि मैं इस कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक्स के पहले बैच का विद्यार्थी रहा हूं। इस कॉलेज ने बहुत कुछ सिखाया। गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक कॉलेज, बटाला से प्रिंसिपल बनकर रिटायर हुआ। इस कॉलेज से शुरू से ही जुड़ा हूं।
.अमरिंदर धीमान ने कहा क़ि इस कॉलेज से पढ़कर हमने ‘धीमा न इंडस्ट्रीज़’ नकोदर में शुरू की। इसका विदेशों में भी नाम है। जब भी इस कॉलेज का कोई विद्यार्थी नौकरी के लिए आता है, तो मैं कॉलेज का नाम सुन कर ही हां कर देता हूं।
.वहीं हरसचिव कुमार ने कहा क़ि इस कॉलेज से पढ़कर पहले बी . टैक. की, फिर आई . आई . टी. खड़गपुर से मास्टर्स की और ऐम. आई . टी . (यू. एस. ए.) से पी. एच. डी. । आज सिंगापुर में प्रसिद्ध तेल कम्पनी लिंडे पी . सी . ऐल. में विभाग हैड के पद पर काम कर रहा हूं।
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इस कॉलेज को पांच बार उत्तर भारत के सर्वोत्तम पॉलीटैक्निक होने का खिताब, केन्द्रीय संस्था ऐन आई टी टी टी आर से मिला। इस कॉलेज को ऐन बी ए की तरफ़ से भी मान्यता मिली है। इस कॉलेज को हमारे एलुम्ना ई मेम्बर्स ने बहुत प्यार दिया है। मुझे गर्व है कि मैं इस महान संस्था का प्रिंसि पल हूं।