PTB News “शिक्षा” : हंसराज महिला महाविद्यालय, जालंधर के स्नात्तकोत्तर फिजिक्स विभाग के चन्द्रयान विपिनेट क्लब की ओर से प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन जी के दिशा-निर्देशन अधीन एक दिवसीय एजुकेशनल भ्रमण का आयोजन किया गया। जिसमें 48 छात्राओं की एक टीम ने प्राध्यापकगण श्रीमती सलोनी शर्मा एवं श्री सुशील कुमार के संरक्षण में सरदार स्वर्ण सिंह नैशनल एस.एन.आई.आर.ई. कपूरथला, पंजाब जो कि 25 एकड़ तक फैला कैम्पस है, का भ्रमण किया।
जो अनुसंधान, डिजाइन, परीक्षण, प्रौद्योगिकी को समानान्तरण बढ़ावा देते हुए आर.डी. एवं डी के बायो फ्यूल को भी विकास की ओर ले जा रहा है। छात्राओं ने चार सारेन्थसीस पर कार्यगत चार रिसर्च प्रयोगशालाओं, बायोफ्यूल के निरीक्षण एवं साईंथसीस फ्यूल को ठोस में परिवर्तन की क्रिया के प्रयोग, तरल एवं गौसियूस फॉनस फार ट्रांसपोरटेशन एवं इसके साथ ही सोलर ऊर्जा एवं वायु ऊर्जा पर आधारित हाईब्रिड ऊर्जा प्रणाली को देखा एवं ज्ञान अर्जित किया।
उन्होंने रिसर्च एवं डिवैलपमैंट लैब से विभिन्न कैमिकल परिवर्तन द्वारा बायोफ्यूल को बनाने के विभिन्न तरीके एवं डिजाइनिंग, निरीक्षण, विभिन्न कुक स्टोव जो नैशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ रिसर्च बनाए जाते हैं, का ज्ञानार्जन किया तथा बायोमास कुक स्टील हेतु काफी ज्ञान प्राप्त किया।
इस भ्रमण दौरान छात्राओं ने सोलर ऊर्जा हेतु अत्याधिक जानकारी प्राप्त की कि किस प्रकार वह सोलर ऊर्जा को विद्युत में परिवर्तित कर सकते हैं एवं सोलर पैनलस से प्राप्य ऊर्जा सम्बन्धी विभिन्न तथ्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सोलर पैनल द्वारा सोलर वाटर हीटर एवं गीजर के पानी को गर्म करने संबंधी भी अमूल्य जानकारी प्राप्त की। छात्राओं ने वाईल्ड मिल की कार्य प्रणाली देखी एवं वायु ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने की कार्यविधि की जानकारी भी हासिल की।
छात्राओं ने पोस्ट डॉ. रिसचर्स एवं रिसर्च वैज्ञानिकों से साक्षात्कार कर उनके अनुभवों को जाना। कुछ छात्राओं ने इस प्रकार के रिसर्च संस्थाओं के विभिन्न शिक्षापथों की जानकारी भी प्राप्त की। सम्पूर्ण भ्रमण अत्यधिक प्रोत्साहनवर्धक एवं ज्ञानवर्धक रहा। जिसने छात्राओं को अपने जीवन में रिसर्च को अपनाने एवं अपने ज्ञान को समाज की भलाई में लगाने हेतु प्रोत्साहित किया।
भ्रमण के बाद छात्राओं ने गुरुद्वारा बाबा बेर साहिब, सुल्तानपुर लोधी के भी दर्शन किए। प्राचार्या डॉ. अजय सरीन ने छात्राओं के इस प्रकार के शिक्षात्मक भ्रमणों हेतु उत्साहित किया जो उनको व्यवहारिक ज्ञान के साथ-साथ उनका रिसर्च में भी मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने समस्त फिजिक्स विभाग को इस प्रकार के भ्रमण के आयोजन एवं सफलतापूर्वक सम्पन्नता पर भी