PTB Big Political न्यूज़ मोहाली : पंजाब में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा से बमों को लेकर दिए बयान पर मोहाली के साइबर थाने में साढ़े पांच घंटे तक पूछताछ हुई। उनसे दोपहर 2:30 बजे से लेकर आठ बजे तक पूछताछ हुई। बाजवा ने कहा कि मान सरकार ने जो पूछताछ का तरीका अपनाया है। वह गलत है। मुख्यमंत्री के बाद सीएलपी का पद होता है। वहीं, उन्होंने कहा कि पुलिस से मेरी कोई नाराजगी नहीं है, उनकी मजबूरी थी। जो उन्हें डयूटी दी गई थी, इन्होंने निभाई है।
. .उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस को इकट्ठे होने का बहाना बना है। दूसरी तरफ सूत्रों से पता चला है कि बाजवा में में पूछताछ में सहयोग नहीं किया। उन्होंने पुलिस या सेना में किसी भी सोर्स से इनकार किया है। वहीं, बमों वाले बयान का सोर्स भी नहीं बताया। वहीं, अब पुलिस अब उन पर दहशत फैलाने के मामले एक्शन ले सकती है। वहीं, इसी मामले को रद्द करने संबंधी दायर की गई याचिका पर कल हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। वहीं, कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट जारी करते हुए लिखा कि, सच्चाई जीत गई है।
उन्होंने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद भी दिया है। क्योंकि सारे नेता और वर्कर जब तक बाजवा से पूछताछ चली, साइबर थाने के बाहर डटे रहे। बता दें कि बाजवा को हिरासत में लिए जाने से कांग्रेसी भड़क गए। वह थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब कांग्रेस के प्रधान एवं लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग भी पहुंचे हैं। कांग्रेसियों ने नारा दिया- “न डरे थे और न डरेंगे”। प्रताप सिंह बाजवा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था,
. .“पंजाब में 50 ग्रेनेड आए थे, जिनमें से 18 इस्तेमाल हो चुके हैं, जबकि 32 बाकी हैं। उनके इस बयान के बाद 13 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने बाजवा से चंडीगढ़ स्थित घर जाकर पूछताछ की थी। देर शाम मोहाली के साइबर थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज हो गया। आज सुबह ही बाजवा ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में FIR रद्द करने को लेकर याचिका दायर की है। संभावना है कि इस मामले में बुधवार को सुनवाई होगी।
. .बाजवा का कहना है कि उन पर FIR राजनीति के तहत दर्ज की गई है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के वर्कर भी मोहाली में प्रदर्शन करने के लिए जुट गए हैं। यहां पार्टी के राज्य प्रधान अमन अरोड़ा भी पहुंचेंगे। AAP ने नारा दिया- कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों के साथ। उधर, CM भगवंत मान का कहना है कि बाजवा को बमों की जानकारी का सोर्स बताना चाहिए, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के विधायकों को लोगों को डराने वाली राजनीति नहीं करनी चाहिए।