PTB Big न्यूज़ मोहाली / चंडीगढ़ : पंजाब के मोहाली से एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है। जहां की मोहाली पुलिस ने मिसेज चंडीगढ़ रही महिला को तीन करोड़ रूपये की ठगी मारने के मामले में गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार उक्त महिला ने अपने पति संजय के साथ मिलकर सेक्टर 105 में एक इमिग्रेशन ऑफिस खोला था। जहां उन्होंने लोगों को विदेश भेजने का काम करने की बात कह कर अपने झांसे में लेने के बाद उनसे लाखों रूपये हड़कप लिए और बाद में उन्हें विदेश भी नहीं भेजा।
.यही नहीं, जब लोग फोन करते तो उनकी कॉल भी नहीं उठाते थे। वहीं पुलिस को जांच में यह भी पता चला कि मिसेज चंडीगढ़ और उसके पति ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को फंसाया करते थे। सोशल मीडिया पर कम रुपयों में जल्दी विदेश और खास तौर पर कनाडा भेजने के नाम पर लोगों को आकर्षित किया जाता था, फिर उन्हें दफ्तर बुलाकर रुपए लिए जाते थे और बाद में यह रुपए हड़प लेते थे। मोहाली पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि डेरा बस्सी की एक महिला को भी मिसेज चंडीगढ़ अर्पणा सगोत्रा ठग चुकी है।
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अपर्णा ने उसे अपने पति का नाम ईएस जोसेफ बताया। उसने कहा कि चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित निजी स्कूल में एडमिशन करवा देगी। इसके लिए उसने 5 लाख रुपए लिए। इसके अलावा इन्वेस्टमेंट के नाम पर भी 16 लाख लिए और हड़प कर गईं। मोहाली पुलिस के मुताबिक पैसे हड़पने के बाद अगर कोई अपर्णा से रुपए मांगने जाता तो वह धमका देती थी। चूंकि वह पेशे से वकील थी तो ठगी के शिकार लोगों को धमकी देती थी कि उनके ही खिलाफ केस दर्ज करवा देगी। हालांकि जब ठगी के शिकार लोगों की संख्या बढ़ती गई तो वह पुलिस थाने पहुंच गए और मिसेज चंडीगढ़ की पोल खुल गई।
.मोहाली पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि फ्रॉड के पैसे ठिकाने लगाने के लिए अर्पणा ने उनसे सोने के बिस्किट खरीद लिए। जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उससे 100-100 ग्राम के सोने के बिस्किट बरामद हुए। उससे पकड़ा 7 लाख कैश और कार भी फ्रॉड के पैसों की ही है। लोगों पर रौब जमाने के लिए अर्पणा लग्जरी गाड़ियों का सहारा लेती थी। जिन पर VIP नंबर लगे होते थे। ऐसी फोटो वह लोगों को फंसाने से पहले सोशल मीडिया पर भी शेयर करती थी ताकि कोई यह न सोच पाए कि करोड़ों की गाड़ी रखने वाली महिला उनके लाखों रुपए हड़प सकती है।
हालांकि यह पूरा ठगी का ही गेम प्लान का हिस्सा था। बठिंडा के भाई मतिदास नगर के रहने वाले बलबीर सिंह ने शिकायत दी कि अर्पणा सगोत्रा और उसके पति संजय सिंह ने मोहाली के सेक्टर-106 में इमार सोसाइटी में कोठी नंबर-45 में अपना इमिग्रेशन दफ्तर खोला हुआ था। वह घर से इमिग्रेशन दफ्तर चला रहे थे। एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से वह उनके संपर्क में आया और कनाडा के लिए उक्त दंपती की कंपनी में आवेदन किया। उन्होंने उसे कनाडा में पीआर दिलाने के लिए 12 लाख रुपए की मांग की। उसने यह रकम जमा करा दी।
. .मगर, रकम लेने के बाद आरोपियों ने उसे वीजा नहीं दिया। उल्टा धमकाने लगे। उसे जो चेक दिए गए थे, वे भी बाउंस हो गए। कृष्णगढ़ के रहने वाले सुखजीत सिंह ने बताया कि एक सोशल प्लेटफार्म के माध्यम से वह उनके संपर्क में आया था। दंपती ने उसे परिवार समेत कनाडा भेजने का झांसा देकर उससे 6 लाख रुपए लिए। इसके बाद न वीजा दिया और न ही रकम वापस की। उसे कुछ चेक दिए गए, जो बाद में बाउंस हो गए। वह उनके दफ्तर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। फोन पर बात हुई तो उसे धमकाने लगे।
.गुरदासपुर की रहने वाली एकता ने 2 अन्य लोगों के साथ मिलकर मोहाली के एसपी को शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि उन्हें विदेश भेजने के लिए 18 लाख रुपए लिए गए थे। इसके बाद उन्हें न विदेश भेजा गया और न ही रकम वापस लौटाई गई। एसपी ने डीएसपी से इसकी जांच कराई। जिसके बाद पुलिस ने अपर्णा और उसके पति पर केस दर्ज कर लिया था। वहीं इस पुरे मामले संबंधी मोहाली के SHO गगनदीप सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ठगी की रकम काफी ज्यादा है। इस वजह से पुलिस उसके बैंक खातों की डिटेल और प्रॉपर्टी की डिटेल पता कर रही है।
.पुलिस कोर्ट के जरिए उसकी संपत्ति भी कुर्क कराएगी ताकि ठगी के शिकार हुए लोगों को इंसाफ मिल सके। वहीं मोहाली के DSP सिटी-2 हरसिमरन सिंह बल ने मीडिया को बताया कि पकड़ी गई आरोपी महिला अर्पणा पर सोहाना थाने में ही अधिकतर केस दर्ज हैं। सारे इमिग्रेशन फ्रॉड के है। ज्यादातर पीड़ित पंजाब के जिलों के है। इसके अलावा जिले के अन्य नामों से भी डिटेल मांगी गई है। वहीं, पड़ोसी राज्यों भी इस बारे में अलर्ट भेजा गया है। ताकि वहां से भी जानकारी मिल पाए।