PTB Big न्यूज़ चंडीगढ़ : पंजाब के मुक्तसर के गांव मल्लन का रहने वाला युवक बलविंदर सऊदी अरब की जेल में बंद है। उस पर कत्ल का आरोप है। उसके पास बचने के दो ही रास्ते हैं- पहला वह दो करोड़ भारतीय रुपए ब्लड मनी के तौर पर जमा करे या इस्लाम धर्म कबूल कर ले। इन दोनों में से कुछ नहीं किया तो 4 दिन बाद पंजाबी युवक का सिर कलम कर दिया जाएगा। उसे बचाने के लिए सोमवार को उसके परिजन ने चंडीगढ़ में पंजाबियों से मदद की गुहार लगाई।
उन्होंने कहा कि करीब सवा करोड़ जमा हो चुके हैं। बलविंदर के भाई जोगिंदर और सोशल वर्कर रूपिंदर मनावा ने बताया कि बलविंदर 2008 में सऊदी अरब गया था। वहां वह एक कंपनी में काम करने लगा। इस दौरान वह कंपनी मालिक का करीबी बन गया। उनकी कार चलाने लगा। बलविंदर कोई नशा नहीं करता है।
2013 में अचानक एक दिन रात के वक्त नीग्रो ने शराब पीकर कंपनी में हंगामा कर दिया। बलविंदर तब तक कंपनी का सुपरवाइजर बन चुका था। मालिक ने उसे तुरंत वहां जाने के लिए कहा। वहां उसने जब नीग्रो को रोकने की कोशिश की तो वह चाकू लेकर बलविंदर के पीछे दौड़ा। बलविंदर ने उसे रोकने की कोशिश की तो नीग्रो का सिर जमीन पर लग गया। इससे उसकी मौत हो गई।
इसके बाद सऊदी की पुलिस आई। उसे नहीं पता कि क्या बात हुई? वह उनकी भाषा नहीं जानता था। बलविंदर ने उन्हें बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद उसे जेल में बंद कर दिया गया। उसे 7 साल की सजा हुई, लेकिन जेल में बंद हुए 9 साल बीत चुके हैं। कंपनी ने भी उनकी मदद नहीं की। उन्होंने इस बारे में दुबई के होटल व्यवसायी एसपीएस ओबेरॉय से भी बात की। वह भी मदद के लिए तैयार हैं। इस बारे में वह पंजाब सीएम भगवंत मान से मिलना चाहते हैं, लेकिन कोई मुलाकात नहीं करवा रहा।
सोशल वर्कर रूपिंदर मनावा ने कहा कि सउदी अरब में कुछ संगठनों से उन्होंने संपर्क किया था। उनका कहना था कि बलविंदर उनका धर्म कबूल ले तो वह अगले ही दिन ब्लड मनी देकर उसे छुड़ा लेंगे। लेकिन, बलविंदर धर्म बदलने के लिए राजी नहीं हुआ।