PTB City न्यूज़ जालंधर : उत्तरी भारत के दिल के रोगों के माहिर डॉक्टर चरणजीत सिंह परूथी ने आज एक सादे परन्तु प्रभावशाली समागम के दौरान पंजाब मैडीकल कौंसिल के प्रधान के तौर पर पद संभाल लिया है। डॉक्टरी शिक्षा और अनुसंधान भवन में पद संभालने के बाद डॉ. परूथी ने यह ज़िम्मेदारी देने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और डॉक्टरी शिक्षा और अनुसंधान मंत्री डॉ. राज कुमार वेरका का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि वह मैडीकल क्षेत्र में हासिल किये तजुर्बे को मैडीकल कौंसिल के कामों को अमल में लाने के लिए इस्तेमाल करेंगे और यह नयी ज़िम्मेदारी ईमानदारी और पूरे समर्पण से निभाएंगे। उन्होंने कहा कि वह डॉक्टरी पेशे में उच्च मूल्यों को कायम रखनें की आकांक्षा रखते हैं और इस दिशा की तरफ लगातार काम करते रहेंगे। उन्होेंने कहा पंजाब सरकार की तरफ से उनको सौंपी इस नयी ज़िम्मेदारी पर खरा उतरने की हर कोशिश करेंगे।
आपको यह भी बता दें कि 2 दिसंबर 1953 को लुधियाना जिले के जगराओं में जन्में डॉ. परूथी ने सरकारी मैडीकल कालेज अमृतसर से 1977 में MBBS करने के बाद इसी अदारे से 1983 में MD मैडिसन की डिग्री की। उन्होंने कार्डीओलाजी में फैलोशिप भी हासिल की। पढ़ाई के बाद डा. परूथी ने अलग अलग मैडीकल संस्थाओं में ज़िम्मेदारी निभाई और इस क्षेत्र में बड़ा यश अर्जित किया।
उन्होंने अनेकों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कान्फ़्रेंसों में भाग लिया। 1995 में उन्होंने बी.बी.सी. हार्ट केयर परूथी अस्पताल जालंधर के नाम से उत्तरी भारत का पहला ओपन हार्ट सर्ज़री सैंटर खोला। वह इसके चेयरमैन-कम-डायरैक्टर हैं। इस समय पर वह कैपीटोल अस्पताल जालंधर के चेयरमैन भी हैं।
इस मौके पर मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान विभाग के सीनियर अधिकारियों के अलावा IMA के राष्ट्रीय उप प्रधान डॉ.नवजोत दहिया, डॉ. अवनीश कुमार, डी.आर.एम.ई.पंजाब और अन्य पीएससी मैंबर जिनमें डॉ. गिरीश साहनी, मीत प्रधान डॉ. मनोज कुमार सोबती, डॉ. जैसमीन कौर, डॉ. सुरिन्दरपाल सिंह, डॉ. विजय कुमार, डॉ. कर्मवीर गोयल, डॉ. अमरबीर सिंह, डॉ. प्रितपाल सिंह, डॉ. भगवंत सिंह, डॉ. अशोक उप्पल, डॉ. अकाश दीप अग्रवाल, रजिस्ट्रार, OSD वरिन्दर सूद भी उपस्थित थे।
परिवार और दोस्तों के अलावा डॉ. अनेजा (चमड़ी रोगों के माहिर), डॉ. हरनूर परूथी (कार्डीओलाजिस्ट और डायरैक्टर कैपीटोल अस्पताल), जी. एस. स्याल (सी. ए. और ट्रस्टी अजीत समाचार) जतिन्दर पाल परूथी (चेयरमैन गलैकसी आटोजोन) ढींडसा और श्री करन लाली भी प्रधान के साथ मौजूद थे।