PTB Political न्यूज़ दिल्ली / चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज फिरोजपुर रोड स्थित होटल हयात रीजेंसी में रुके हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच कल देर रात से ही मुख्यमंत्री महानगर में पार्टी की लीडरशिप से मीटिंग कर रहे हैं। यह मीटिंग लोक सभा चुनाव और निगम चुनाव के मद्देनजर हो रही है। बताया जा रहा हैकि इस मीटिंग में कोई विधायक शामिल नहीं है।
4 दिन पहले सर्किट हाउस में दिल्ली से आई आम आदमी पार्टी की हाईकमान टीम ने ब्लॉक प्रधानों और पूर्व ब्लॉक प्रधानों के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक उस बैठक में 4 विधायकों का ब्लॉक प्रधानों द्वारा नेगेटिव फीडबैक दिया गया। बताया जा रहा है कि इसकी रिपोर्ट सीएम भगवंत मान और दिल्ली हाईकमान तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि आज सीएम मान जमीनी स्तर के वर्करों व नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
के मुताबिक, मीटिंग में पूर्व ब्लॉक प्रधानों ने कहा कि दूसरी पार्टी से आकर आप से विधायक बने कुछ नेता सहयोग नहीं कर रहे। उन्होंने पार्टी के पुराने ब्लॉक प्रधान बदल दिए। इससे उनके बीच तालमेल नहीं हो रहा। विधानसभा सीटों में गलियां तक नहीं बन रहीं। वे जब पार्टी स्तर पर मामला विधायक के पास ले जाते हैं तो वह नजरअंदाज कर देते हैं। गली-मोहल्लों में इसका जवाब उन्हें देना पड़ता है। इससे पार्टी की बदनामी हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक, टीम ने इन ब्लॉक प्रधानों को कहा कि चारों विधायकों की पूरी रिपोर्ट दिल्ली भेजी जाएगी। निगम और लोकसभा चुनाव में पार्टी की छवि को सुधारने के लिए इन पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। मीटिंग में यह भी सामने आया कि लुधियाना से जुड़ी करीब 80 फाइलें सीएम भगवंत मान तक पहुंच चुकी हैं, जिस पर कभी भी एक्शन हो सकता है।
वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि विधायकों की एक-एक रिपोर्ट दिल्ली दरबार में पहुंच चुकी है और ऐसे में बीते महीनों हुए लोकसभा उपचुनावों के बाद से ही जिला जालंधर से संबंधित कुछ विधायक भी इस नेगेटिव रिपोर्ट में शामिल हैं, क्योंकि चुनावों के दौरान पार्टी के प्रत्याशी का साथ ना देने से लेकर ब्लाक प्रधानों का साथ ना देने की कहानी दिल्ली दरबार तक पहुंच चुकी है और अब ऐसे में दिल्ली दरबार की सख्ती के बाद CM पंजाब का रुख आने वाले निगम चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले सख्त दिखाई दे रहा है, जिसकी गूंज जालंधर तक सुनाई दे सकती है।