संदिग्ध मामलों में स्क्रीनिग और जांच कराने के भी दिए आदेश,
PTB Big न्यूज़ नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी कि सामुदायिक स्तर पर एमपॉक्स के सभी संदिग्ध मामलों में स्क्रीनिंग और जांच कराई जाए तथा संदिग्ध एवं पुष्ट दोनों मामलों में मरीजों के लिए अस्पतालों में पृथकवास सुविधाएं चिन्हित की जाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में उनसे कहा कि
. . .लोगों के बीच किसी भी तरह के अनावशय़क डर को फैलने से रोका जाए। सतर्कता बरतने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत में मौजूदा प्रकोप में एमपॉक्स का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है और संदिग्ध मामलों में एक भी नमूना ‘पॉजिटिव’ नहीं आया है।’’ चंद्रा ने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है। उन्होंने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि विशेष रूप से स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर
. .सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की जाए, अस्पतालों में पृथकवास सुविधाओं की पहचान की जाए और ऐसी सुविधाओं पर आवशय़क रसद एवं प्रशिक्षित मानव संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के जानकारी के मुताबिक अब तक एमपॉक्स के कुल 102,997 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 223 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से आधे से अधिक मामले अफ्रीकी देशों के थे।
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