PTB Big न्यूज़ जालंधर : जालंधर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां के अधीन पड़ते CT Group के वाइस चेयरमैन हरप्रीत सिंह चन्नी पर धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। यह गंभीर आरोप किसी ओर ने नहीं बल्कि उनकी पत्नी द्वारा ही उन पर 12 लाख रुपए की जालसाजी को लेकर लगाए गए हैं। फ़िलहाल पुलिस ने हरप्रीत सिंह के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत जालंधर के NRI पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया है।
.आपको यह भी बता दें कि हरप्रीत की पत्नी सीरत कौर कैलिफोर्निया, US में रहती है। वह मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली हैं। उन्होंने पति हरप्रीत सिंह निवासी मॉडल टाउन जालंधर के खिलाफ NRI विंग, मोहाली में शिकायत दर्ज करवाई थी और कहा था कि जुलाई 2014 में एक निजी कंपनी में 4 लाख रुपए निवेश किए थे, जो मार्च 2020 में करीब 8 लाख मिलने थे।
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वहीं, इस पुरे मामले में जब PTB News ने हरप्रीत सिंह से सम्पर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया, लेकिन इस पुरे मामले में हरप्रीत सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है, उन्होंने कुछ मीडिया बंधुओं को बताया कि उनके ऊपर FIR राजनीतिक दबाव की वजह से दर्ज की गई है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि सभी पक्षों पर निष्पक्षता से विचार करना महत्वपूर्ण है। मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि सच्चाई और वास्तविक मामले को ही दिखाया जाए।
. .वहीं आपको यह भी बता दें कि हरप्रीत सिंह कि पत्नी सीरत ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि 4 जनवरी 2024 को हरप्रीत सिंह ने धोखे से उसके जाली सिग्नेचर करके उस निवेश को रडीम कर प्राप्त राशि करीब 12.27 लाख को अपने जॉइंट अकाउंट में डाल लिया। जांच करने पर पता चला कि वह जॉइंट अकाउंट सीरत के नाम पर था, जबकि उसने कभी भी खाता खोलने के लिए सिग्नेचर नहीं किए। उसके बाद उस राशि को हरप्रीत ने अपने एक दूसरे निजी बैंक के पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया।
. .सीरत ने आगे यह भी बताया कि उस समय वह परिवार सहित US में थी, इंडिया में थी ही नहीं। उन्होंने कहा कि हरप्रीत सिंह से उनका वैवाहिक केस चल रहा है और NRI सेल मोहाली में हरप्रीत के खिलाफ दिसंबर 2019 में FIR भी रजिस्टर है। आपको यह भी बता दें कि हरप्रीत सिंह CT ग्रुप के चेयरमैन सरदार चरणजीत सिंह चन्नी के छोटे बेटे है।
.इस सारे मामले की जाँच के बाद NRI थाना जालंधर की पुलिस ने NRI विंग SAS नगर से निर्देश मिलने के बाद जांच करने के उपरांत लीगल एडवाइजर NRI विंग की राय लेने के बाद फिलहाल IPC की धारा 406 और 420 (BNC 316/2, 318/4) के तहत केस दर्ज कर लिया है व आगे की करवाई की जा रही है।