PTB Big Political न्यूज़ लुधियाना : लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष एवं आत्मनगर हलके के पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कोरोना काल के दौरान जनता नगर में एक सड़क के उद्घाटन को लेकर शिरोमणि अकाली दल बादल के तब के नेता गुरदीप गोशा व सिमरजीत सिंह बैंस समर्थकों के साथ आमने सामने हो गए थे।
इस दौरान सिमरजीत सिंह बैंस ने समर्थकों के साथ गुरदीप गोशा के साथ मारपीट की थी। इस दौरान पुलिस ने गुरदीप गोशा, सिमरजीत सिंह बैंस, उसके बेटे अजयप्रीत सिंह बैंस के खिलाफ सरकारी आदेश नहीं मानने पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट फस्ट कलास हरसिमरनजीत कौर की अदालत में चल रहा है।
उनकी तरफ से इस केस में हाजिर नहीं होने पर विधायक सिमरजीत सिंह बैंस, उनके बेटे अजयप्रीत सिंह बैंस समेत उन सभी को गिरफ़्तार कर अदालत में पेश करने के आदेश दिए हैं जो अदालत की कार्रवाई में शामिल नहीं हो रहे हैं। बता दें कि विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को दुष्कर्म, सरकारी आदेश नहीं मानने के केसों में अदालत की तरफ से भगाेड़ा करार दिया जा चुका है और पुलिस ने वांटेड भी करार दे दिया हुआ है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
दुष्कर्म मामले में फंसे लुधियाना के आत्म नगर हलके के पूर्व विधायक एवं लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस की अग्रिम जमानत याचिका काे अदालत ने खारिज कर दिया था। 44 वर्षीय महिला ने 16 नवंबर, 2020 को तत्कालीन विधायक सिमरजीत सिंह बैंस उनके सहयोगी कमलजीत सिंह, बलजिंदर कौर, जसबीर कौर उर्फ भाभी, सुखचैन सिंह,
परमजीत सिंह उर्फ पम्मा और गोगी शर्मा के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप लगाकर केस दर्ज करने के लिए तत्कालीन पुलिस कमिश्नर को लिखित में आवेदन किया था। केस दर्ज नहीं किए जाने पर वह कई दिन तक पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरने पर भी बैठी थी। सुनवाई नहीं होने के बाद में उसने केस दर्ज करवाने के लिए अदालत से गुहार लगाई थी।