एस.एस.पी ने दी चेतावनी, कहा नशा तस्करों की काली कमाई से बने महल होते रहेंगे ध्वस्त,
PTB Big न्यूज़ कपूरथला : पंजाब सरकार द्वारा नशे के खात्मे के लिए चलाए जा रहे ‘युद्ध नशा विरोधी’ अभियान के तहत आज डोगरांवाल गांव में तीन नशा तस्करों द्वारा पंचायती जमीन पर किए गए अवैध निर्माणों पर प्रशासन का पीला पंजा चलाया गया। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए एसएसपी कपूरथला श्री गौरव तूरा ने बताया कि बी.डी.पी.ओ ढिलवां के आदेशों पर कार्रवाई करते हुए सिविल और
. .पुलिस प्रशासन द्वारा डोगरांवाल गांव में तीन नशा तस्करों द्वारा पंचायती जमीन पर किए गए अवैध निर्माणों पर डिच मशीन चलाई गई। उन्होंने बताया कि इन तीनों तस्करों के खिलाफ विभिन्न थानों में एनडीपीएस एक्ट के तहत 19 मामले पहले से दर्ज थे और बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ भी बरामद किए गए थे। इनमें राजविंदर सिंह उर्फ राजू पुत्र बूआ सिंह, निवासी डोगरांवाल पर एनडीपीएस एक्ट के तहत 7 मामले, सुखजिंदर सिंह उर्फ काका पुत्र बलकार सिंह निवासी डोगरांवाल पर 4 मामले,
सुखचैन सिंह उर्फ दिलबर सिंह, निवासी डोगरांवाल पर 3 मामले, मनदीप सिंह पुत्र बूआ सिंह निवासी डोगरांवाल पर 2 मामले, और बूआ सिंह पुत्र अजीत सिंह निवासी डोगरांवाल पर एनडीपीएस के 3 मामले दर्ज थे। उन्होंने बताया कि डीजीपी पंजाब IPS Gaurav Yadav के निर्देशों के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘युद्ध नशा विरुद्धग’ अभियान के तहत जिले में नशा तस्करों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
.एसएसपी ने कहा कि जिला पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखती है और नशे के खात्मे के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने लोगों से अपील की कि नशा तस्करों का समर्थन बंद करें और किसी भी नशा तस्कर की जमानत न लें। उन्होंने पंजाब से नशे के खात्मे के लिए राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों पर जिला सिविल और पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाइयों में सहयोग देने की अपील भी की।
. .उन्होंने बताया कि सिविल और पुलिस प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से नशे के आदी युवाओं के पुनर्वास के लिए सिविल अस्पताल में स्किल ट्रेनिंग कोर्स भी शुरू किए गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कोई नशे से प्रभावित व्यक्ति उनके संपर्क में आता है, तो उसे सिविल अस्पताल में स्थापित पुनर्वास केंद्र में भर्ती करवाकर चल रहे स्किल ट्रेनिंग कोर्सों की ट्रेनिंग दिलवाई जाए, ताकि नशा पीड़ित नशा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर स्वस्थ समाज की रचना कर सके।
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