PTB Big न्यूज़ चंडीगढ़ : आज यानि सोमवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान के जनता दरबार कार्यक्रम के दौरान सोमवार को हंगामा हो गया। लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया गया। फेसबुक और इंटरनेट मीडिया मीडिया पर भगवंत मान का मैसेज पढ़ लोग मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत करवाने के लिए चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन पहुंचे थे।
लोग जब चंडीगढ़ पहुंचे तो उनको अंदर नहीं जाने दिया गया। मुख्यमंत्री से मिलने वाले लोगों को कहा गया है कि उनका नाम लिस्ट में नहीं है। लोगों ने आरोप लगाए कि लिस्ट कहां बनी किसी ने बनाई कुछ पता नहीं। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए रोजगार की मांग कर रहे अलग-अलग कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी, विभिन्न जिलों की गांवों के पंचायत सदस्यों के अलावा पारिवारिक, विभागीय समस्याओं से ग्रस्त लोग पहुंचे थे।
यह लोग मुख्यमंत्री से नहीं मिल सके। इस दौरान पंजाब भवन के सामने लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की, हालांकि बाद में कुछ लोगों को मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमित दी गई। जिला फतेहगढ़ साहिब के गांव छड़जीकलां के तरसेम सिंह, तेजिंदर सिंह, जसविंदर सिंह, वरिंदर सिंह, परविंदर सिंह ने कहा कि 417 एकड़ शामलाट जमीन का विवाद है। 1904 से हमारे बुजुर्ग इस जमीन पर खेती कर रहे थे, लेकिन अब हम से सरकार ने जमीन छीन ली है। सरकारी नौकरी है नहीं रोजगार मिल नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जमीन छीन हमें बेरोजगार कर दिया। हमें तो इस जनता दरबार का पता भी नहीं था। सुबह फेसबुक पर मैसेज देखा और मुख्यमंत्री से मिलने के लिए निकल पड़े, लेकिन यहां हमें मिलने नहीं दिया जा रहा। यह कैसा जनता दरबार है। जिला मोहाली के गांव चंदपुर से आए अशोक कुमार, वेदप्रकाश ने कहा कि उनका भी 86 एकड़ शामलाट जमीन का ही विवाद है, जिस पर एक कांग्रेसी नेता ने कब्जा कर रखा है। इसकी शिकायत बीडीपीओ से लेकर सबसे की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
शिक्षा प्राेवाइडर कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार लोगों को मूर्ख बना रही है। 13000 कर्मचारियों को पक्का करने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा, जबकि चुनाव से पहले कर्मचारियों के साथ फोटो खिंचवाए जाते थे। सरकार कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी नौकरी पक्की की जाए,
लेकिन कर्मचारियों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा। पटवारी यूनियन के करण शर्मा, अशोक ने कहा कि 26 हजार नौकरियां सरकार की ओर से निकली जा रही हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार में निकली 1152 पटवारियों को भर्ती नहीं किया जा रहा। सरकार सिर्फ दिखाने के लिए काम कर रही है।
बताया जा रहा है कि जनता दरबार कार्यक्रम में सरकार की ओर से केवल 200 लोग ही बुलाए गए थे, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को न्योता समझकर अलग-अलग जगहों से लोग यहां आ गए और पुलिस ने उन्हें पंजाब भवन के बाहर ही रोक लिया।