PTB Big Political न्यूज़ अमृतसर : पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार को आज, 16 मार्च को 3 साल पूरे होने पर पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पत्नी सुनीता केजरीवाल और CM भगवंत मान के साथ अमृतसर में गोल्डन टेंपल पहुंचे हैं। यहां से वे दुर्ग्याणा मंदिर और रामतीर्थ भी जाएंगे। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवंत मान पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर ये 5 साल पूरे करेंगे और अगले 5 साल भी यही मुख्यमंत्री रहेंगे।
.केजरीवाल ने कहा कि हमें पंजाब में गरीबों की सेवा करनी है। लोगों को इंसाफ दिलाना है। नशा और भ्रष्टाचार खत्म करना है। इसके लिए हम गुरुओं का आशीर्वाद लेने आए हैं। CM भगवंत मान ने कहा- पंजाब में नशे और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग चल रही है। हमने 52 हजार नौकरियां दीं। अरविंद केजरीवाल ने जो गारंटियां दीं, उन्हें पूरा करने और रंगला पंजाब बनाने के लिए काम करते रहे, इसीलिए गुरुओं का आशीर्वाद लेने आए हैं।
. .आपको बता दें कि केजरीवाल 10 दिन से होशियारपुर में विपश्यना में थे। बीते दिन ही केजरीवाल अमृतसर पहुंचे। जहां उन्होंने पूर्व मंत्री इंद्रबीर निज्जर के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी। आज वह पंजाब के विधायकों से भी मीटिंग करेंगे। इससे पहले भी कांग्रेस ने दावा किया था कि 35 विधायक उनके टच में हैं। जिसके बाद केजरीवाल ने विधायकों की दिल्ली में मीटिंग भी बुलाई थी।
.दिल्ली में 10 साल बाद पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद केजरीवाल का यह पंजाब का पहला दौरा है। उनके पंजाब से राज्यसभा जाने की भी चर्चा है क्योंकि राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को AAP ने लुधियाना वेस्ट सीट से उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है। सोमवार को केजरीवाल अरोड़ा के लिए प्रचार भी करेंगे। आपको यह भी बता दें कि AAP ने साल 2022 में राज्य की 117 में से 92 सीटें जीतकर AAP ने धमाकेदार जीत दर्ज की थी।
. .इसके बाद भगवंत मान ने पंजाब में AAP के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। चुनाव के वक्त AAP ने पंजाबियों को कई गारंटियां दी थीं, जिनमें मुफ्त बिजली, नौकरी, भ्रष्टाचार मुक्ति और नशा खत्म करने के अलावा शिक्षा और सेहत को सुधारने के दावे थे। हालांकि, इन सबके बीच सबसे बड़ा मुद्दा 18 साल से बड़ी उम्र की हर महिला को प्रति महीने 1000 रुपए देने का था।
.3 साल बीत चुके और 2 साल ही बचे, लेकिन AAP सरकार इसे शुरू नहीं कर पाई। इसका बड़ा असर लोकसभा चुनाव में दिखा, जब पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से AAP सिर्फ 3 ही जीत सकी। वहीं, आंकड़ों की बात करें तो 1 करोड़ से ज्यादा महिला वोटर हैं, जो एक हजार रुपए महीने के दायरे में आती हैं। अगर सरकार इन्हें 3 साल में रुपए देती तो करीब 36 हजार करोड़ रुपए मिलते। मगर, गारंटी पूरी न होने से सरकार की इतनी रकम बच गई।