PTB Big न्यूज़ अमृतसर : कनाडा के बाद अब ऑस्ट्रेलिया भी वीजा नियमों को कड़ा करने जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया जाने के सोच रहे भारतीय व खासकर पंजाबियों के लिए ये फैसला मुश्किलों वाला है। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने सोमवार को कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों और लो-स्किल्ड वर्कर्स के लिए वीजा नियमों को कड़ा कर देंगे, जिससे अगले 2 सालों में प्रवासियों की संख्या आधी हो जाएगी, क्योंकि सरकार टूटी हुई माइग्रेशन प्रणाली को दुरुस्त करने पर विचार कर रही है।
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ऑस्ट्रेलिया मीडिया एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, नई नीतियों के तहत अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को अंग्रेजी परीक्षाओं में उच्च रेटिंग प्राप्त करने की आवश्यकता होगी और एक छात्र के दूसरे वीजा आवेदन पर अधिक जांच होगी, जो उनके प्रवास को लम्बा खींच देगा। ऑस्ट्रेलिया गृह मामलों की मंत्री क्लेयर ओ’नील ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा- हमारी रणनीति माइग्रेशन संख्या को वापस सामान्य कर देगी, लेकिन यह सिर्फ संख्या के बारे और इस क्षण और हमारे देश में इस समय हो रहे प्रवास के अनुभव के बारे में नहीं है।
. .यह ऑस्ट्रेलिया के भविष्य के बारे में है। वहीं, प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज ने भी स्पष्ट किया कि ऑस्ट्रेलिया की माइग्रेशन संख्या को टिकाऊ स्तर पर वापस लाने की जरूरत है। गृह मामलों की मंत्री ओ’नील ने कहा कि सरकार के सुधार पहले से ही विदेशी माइग्रेशन पर दबाव डाल रहे हैं। इससे माइग्रेशन की गिनती में अपेक्षित गिरावट लाने में योगदान मिलेगा। यह निर्णय 2022-23 में इमिग्रेशन के रिकॉर्ड 5.10 लाख तक पहुंचने की उम्मीद के बाद आया है।
. .आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि नई नीति के बाद 2024-25 और 2025-26 में ये आंकड़ा गिरकर लगभग 2.5 लाख होने का अनुमान है, जो कोविड काल के पहले स्तर के अनुरूप है। कनाडा सरकार धोखाधड़ी, शोषण, दुर्व्यवहार और आवास के मुद्दों से निपटने के लिए 1 जनवरी से इंटरनेशनल स्टूडेंट्स फंड को 10 हजार डॉलर से बढ़ाकर 20,635 डॉलर करने जा रही है। कनाडा के इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने नए नियमों के तहत कनाडा में पढ़ाई के लिए आने वाले इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए जरूरी फंडिंग को दोगुना करने की घोषणा कर उन पर एक और बोझ डाल दिया है।
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