PTB Big Political न्यूज़ दिल्ली / चंडीगढ़ : पंजाब एक बार फिर से शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन होना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में दोनों में सीटों को लेकर चुनाव स्ट्रैटजी भी तय हो चुकी है। अब इंतजार है तो सिर्फ जल्द होने वाले ऐलान का। दोनों पार्टियों के भीतरी सूत्रों का कहना है कि दोनों दल गठबंधन का ऐलान शीघ्र ही कर सकते हैं। इसका बड़ा कारण विपक्षियों का महागठबंधन है।
बेशक भाजपा ने बड़े-बड़े दावे किए हैं कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता लेकिन अंदर की हकीकत यह है कि भाजपा अपने साथ से छिटके दलों को फिर से अपने साथ जोड़ने में जुटी हुई है। पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन भी उसी रणनीति का एक हिस्सा है, जबकि दूसरी तरफ गठबंधन से अलग होकर अपनी जमीन खो चुके अकाली दल की चिंता कुछ और है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल दिल्ली में डेरा जमा कर बैठे हैं।
वह वहां पर लगातार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ मीटिंग कर गठबंधन की शर्तें तय कर रहे हैं। इसी बीच यह भी पता चला है कि 5 जुलाई को पदाधिकारियों के साथ पार्टी के प्रधान सुखबीर बादल बैठक करेंगे। दोबारा नए गठबंधन की नई शर्तों को वह पदाधिकारियों के समक्ष रखेंगे और उनकी राय लेंगे। इसके बाद सुखबीर बादल 6 जुलाई को शिरोमणि अकाली दल कोर कमेटी की बैठक बुलाई है। जिस पर पदाधिकारियों की बैठक से जो कुछ निकल कर सामने आएगा उस पर कोर कमेटी की बैठक में चर्चा होगी।
वैसे इसी बीच यह भी पता चला है कि पदाधिकारियों और कोर कमेटी की बैठक महज एक खानापूर्ति है। गठबंधन को लेकर सारे अधिकार पार्टी ने सुखबीर बादल को पहले ही दे रखे हैं। इसी बीच यब भी पता चला है कि दोनों पार्टियों में जो आगामी 2024 में आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का फॉर्मूला तय हुआ है उसमें भाजपा ने नए गठबंधन में अपना कद बढ़ाया है और शिरोमणि अकाली दल का कद घटाया है। पहले पुराने गठबंधन में फॉर्मूला 10 और 3 का था।
लेकिन इस पता चला है यह फॉर्मूला 8 और 5 का हो गया है। भाजपा 5 और अकाली दल 8 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। इसी बीच यह भी पता चला है कि गठबंधन के ऐलान के बाद ही मोदी सरकार अपने इस कार्यकाल का अंतिम विस्तार करेगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस अंतिम विस्तार में दोबारा फिर से अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना भी लगभग तय माना जा रहा है।