PTB Crime न्यूज़ शिलॉन्ग : मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि राजा की हत्या कराने में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का हाथ था। उसने ही भाड़े के हत्यारे बुलाए थे। डीजीपी नोंगरांग ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के सिलसिले में पत्नी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने ‘एक्स’ पर लिखा, राजा हत्याकांड में सात दिनों के भीतर ही
.पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के रहने वाले तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है। इससे पहले डीजीपी आई नोंग्रांग ने सोमवार सुबह बताया कि इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या कथित तौर पर मेघालय में हनीमून के दौरान उनकी पत्नी की ओर किराए पर बुलाए गए लोगों ने की। उन्होंने बताया कि पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने
. .आत्मसमर्पण कर दिया है, जबकि तीन अन्य हमलावरों को रात भर की छापेमारी में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य आरोपियों को एसआईटी ने इंदौर से पकड़ा। उन्होंने कहा कि सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। नोंग्रांग ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि पत्नी ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें किराए पर लिया था।
अपराध में शामिल कुछ और लोगों को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश में अभियान अभी भी जारी है। इंदौर के इस जोड़े के लापता होने का केस राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था। दरअसल, भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने ड्रोन्स के जरिए राजा का शव ढूंढा। उनका शव बुरी तरह सड़ चुका था और चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। परिजनों ने एक टैटू के जरिए शव की पहचान की। हालांकि, राजा के शव के आसपास खोजबीन पर भी सोनम का कुछ पता नहीं चला।
. .इतना ही नहीं राजा का शव वोइसाडोंग नाम की जगह पर मिला। इस खोज अभियान में एसडीआरएफ, स्पेशन ऑपरेशन टीम और एक माउंटेनियरिंग क्लब भी शामिल था। वोइसाडोंग में जहां शव मिला, वह जगह राजा-सोनम की तरफ से किराए पर ली गई स्कूटी की लोकेशन से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। यह फासला मामले में और शक बढ़ाने वाला बना। राजा के शव के पास से न उनका मोबाइल मिला, न पर्स, और न ही राजा की पहनी सोने की चेन और अंगूठी।
.सिर्फ उसकी स्मार्टवॉच ही कलाई पर बंधी मिली थी। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया था कि उन्होंने दंपती को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंग्रियात से मावलाखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था। अल्बर्ट ने कहा था कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को किराये पर कर लिया था।
उन्होंने बताया था कि चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होमस्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। अल्बर्ट ने दावा किया था कि जब मैं मावलाखियात पहुंचा, उनका स्कूटर वहां नहीं था। इंदौर के दंपती का किराये का स्कूटर मावलाखियात के पार्किंग स्थल से कई किलोमीटर दूर सोहरारिम में पाया गया और उसमें चाबी लगी हुई थीं।