PTB Big न्यूज़ फरीदकोट : बहबल कलां गोलीकांड मामले की जाँच करने वाले पूर्व IPS व मौजूदा सरकार के अमृतसर से विधायक कुंवर विजय प्रताप पर ही गवाहों ने गंभीर इल्जाम लगा दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार 7 गवाहों ने पिछली एसआईटी के सदस्य तत्कालीन आईजी कुंवर विजय प्रताप पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उन्होंने सिर्फ दो गवाहों को आरोपी बनाया था।
इन गवाहों ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अदालत में लिखित आवेदन देकर आरोप लगाया है कि बहबल कलां गोलीकांड की जांच करने वाले पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने उनके बयानों से छेड़छाड़ की और उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।
बहबल कलां गोलीकांड के चश्मदीद प्रभदीप सिंह, सरबजीत सिंह, अमृतपाल सिंह, अमनदीप सिंह, करमजीत सिंह, सुखराज सिंह व महेंदर ने कोर्ट में दायर अर्जी में कहा कि सिटी कोटकपुरा थाना के एसएचओ गुरदीप पंढेर और सुहैल सिंह बराड़ इस घटना के गवाह थे, लेकिन आईजी कुंवर विजय प्रताप ने दोनों को रंजिश के तहत आरोपी बनाकर नामजद कर दिया। उन्होंने कुंवर विजय प्रताप पर अदालत में झूठी गवाही देने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कुंवर विजय प्रताप सिंह ने गुरसेवक सिंह भाना, सुखदेव सिंह लबवाली और निर्मल सिंह को चश्मदीद गवाह के तौर पर पेश किया। जबकि तीनों मौके पर मौजूद नहीं थे। इस मामले में कोर्ट ने एसएचओ बजाखाना को तीन जुलाई तक अपनी रिपोर्ट देने को कहा है। गवाहों ने मांग की है कि धारा 161 सीआरपीसी के तहत उनके बयान फिर से दर्ज किए जाएं।