जालंधर की कई इमिग्रेशन कंपनियां इस विभाग की रडार पर, PTB News ने फ़ोन किया इस इमीग्रेशन के मालिक को फ़ोन तो मालिक ने क्या कहा?
PTB City न्यूज़ जालंधर (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल : जालंधर में इन दिनों जीएसटी विभाग की टीमें लगातार एक्टिव दिखाई दे रही हैं। ऐसे में जीएसटी विभाग की टीम ने कपूरथला चौक के पास स्थित ब्रॉडवे इमीग्रेशन का रिकॉर्ड जांचा है। इस फर्म की टर्नओवर करीब एक करोड़ रुपए की बताई जा रही है।
इस दौरान जीएसटी विभाग के तीन अधिकारी जिनमें 3 ईटीओ और इंसपेक्टरों सहित 15 लोगों की टीम ने बीते दिन यानि सोमवार की दोपहर फर्म के ऑफिस में अचानक दबिश दी थी। यह करवाई एईटीसी शुभी आंगरा के आदेश पर कार्रवाई की गई है। टीम ने फर्म के कारोबार, कमाई, सेवाओं के तौर तरीकों, टैक्स रिटर्न के साथ बिजनेस डाक्यूमेंट्स की बारीकी से जाँच पड़ताल की थी।
मिली जानकारी के अनुसार करीब 3 घंटे तक जीएसटी विभाग की टीम ने फर्म के ऑफिस में जाँच की। ऐसे में अगर फर्म की टैक्स रिटर्न में दी जानकारी से ज्यादा कारोबार का पता चलता है तो बढ़ा हुआ टैक्स वसूलने के लिए टैक्स डिमांड नोटिस भी ब्रॉडवे इमीग्रेशन जालंधर के मालिक अमरजीत सिंह को थमा सकता है।
आपको यह भी बता दें कि जीएसटी विभाग की टीमें हर हफ्ते सिटी के अलग-अलग इलाकों में लगातार दबिश दे रही है ओर सर्वे कर बारीकी से टैक्स कलेक्शन करने में लगी हुई है। वहीं टैक्सेशन विभाग के जानकार बताते हैं कि इमीग्रेशन कंपनियों के सर्वेक्षण की मुख्य वजह इस बात का अंदेशा है कि वह रकम का बड़ा हिस्सा बगैर बैंकिंग ट्रांजेक्शन के करते हैं।
वहीं विभाग का मानना है कि इमीग्रेशन कंपनी वाले कमाई का बड़ा हिस्सा भी छिपा लेते हैं और कभी भी पूरा टैक्स जमा नहीं करवाते। इमीग्रेशन से जुड़े कारोबारी जो सर्विस फीस लेते हैं, उनकी रसीद पर फीस की रकम नाॅमिनल दर्ज की जाती है, जबकि बाकी मोटी रकमें सीधे जेब में डाल कर टैक्स को डकार लिया जाता है। इस तरीके से इनकम टैक्स की बड़ी चोरी होती है।
मिली जानकारी के अनुसार ज्यातर इमीग्रेशन वाले जीएसटी विभाग की रडार पर हैं और जल्द ही अन्य इमीग्रेशन वालों के दफ्तरों में भी सर्वे टीमें भेज कर जाँच की जा सकती है, जो इस तरह से सीएसटी विभाग को लगातार चुना लगाने में लगे हुए हैं। वहीं जब इस मामले में पीटीबी न्यूज़ ने ब्रॉडवे इमीग्रेशन सर्विसेज के मालिक अमरजीत सिंह से सम्पर्क कर उनसे उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो उनका सोमवार की शाम तक फ़ोन ही नहीं मिला और आज जब सम्पर्क किया तो उन्होंने फ़ोन ही नहीं उठाया, जबकि उनको अपना पक्ष रखना चाहिए था।