जिले में 600 फलदार पौधे लगाकर की माइक्रो फॉरेस्ट प्लांटेशन अभियान की शुरुआत,
PTB City न्यूज़ जालंधर (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल : जालंधर कमिश्नर पुलिस यानि जब से जालंधर में स्वपन शर्मा IPS ने पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाला है तब से ज्यादातर उनके चर्चे शहर की ट्रैफिक समस्या से लेकर गैंगस्टरों का सफाया करने व शहर में बढती आपराधिक घटनाओं व नशा तस्करों का सफाया करने वाले अधिकारी के रूप में पहचान बन चुकी है, यही नहीं उनको एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन वह एक पर्यावरण प्रेमी भी हैं इसके बारे में अभी तक कोई नहीं जनता था। ऐसे में आज यानि रविवार को जालंधर पुलिस कमिश्नरेट ने पुलिस लाइन, पुलिस स्टेशनों और चौकियों में 600 फलदार पौधे लगाकर माइक्रो फॉरेस्ट प्लांटेशन अभियान की शुरुआत कर लोगों को पर्यावरण से जुड़ने की एक अपील की।
. .इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा आईपीएस ने कहा कि कमिश्नरेट पुलिस ने पंजाब वन विभाग और जालंधर की फुलकारी महिलाओं के सहयोग से यह संयुक्त अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि इन पौधों को लगाने के लिए पुलिस लाइन, पुलिस स्टेशन और पुलिस चौकियों सहित 20 स्थानों का चयन किया गया है। स्वपन शर्मा ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य व्यापक भागीदारी एवं प्रभाव सुनिश्चित कर शहर में हरियाली बढ़ाना है।
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पुलिस आयुक्त ने कहा कि जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रजातियों के लगभग 600 फलदार पेड़ और स्वदेशी पौधे लगाए गए। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के लिए पेड़ लगाने के महत्व के बारे में जागरूक करना और जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाना है। स्वपन शर्मा ने कहा कि स्थानीय गैर सरकारी संगठनों, पुलिस और सरकार का यह सामूहिक प्रयास पर्यावरण स्थिरता के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
. .पुलिस आयुक्त ने शहर की हरियाली बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भरपूर प्रयास करे, अधिक से अधिक लोगों को साथ लेकर ऐसे अभियान को जन आंदोलन बनाने की इस पूरी प्रक्रिया में प्रत्येक व्यक्ति अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। स्वपन शर्मा ने कहा कि पेड़ प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो समय की मांग है।
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