PTB न्यूज़ “शिक्षा” : भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा सदा ही अपने प्राध्यापकों एवं छात्राओं में गुणवत्ता पर आधारित शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जाते रहते हैं. इस ही श्रृंखला में विद्यालय के पोस्टग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ़ कंप्यूटर साइंस एंड आई.टी. में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर अपनी सेवाएं निभा रहे डॉ. प्रदीप अरोड़ा तथा पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ़ फैशन डिज़ाइनिंग की अध्यक्षा डॉ. हरप्रीत कौर को आई.सी.एस. एस.आर., शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा रिसर्च प्रोजेक्ट की प्राप्ति पर प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी द्वारा सम्मानित किया गया.
इंपैक्ट ऑफ़ स्वच्छ भारत मिशन इन माझा, मालवा एण्ड दोआबा रीजंस ऑफ़ पंजाब शीर्षक के अंतर्गत 1500000 रुपए धनराशि वाले इस प्रोजेक्ट में दोनों फैकल्टी सदस्य प्रोजेक्ट डायरेक्टरस की भूमिका अदा करेंगे जबकि सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ पंजाब, बठिंडा के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग से डॉ. रूबल कनौजिया प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर के रूप में अपनी सेवाएं निभाएंगे. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पंजाब के तीन क्षेत्रों में विभिन्न हितधारकों के बीच स्वच्छ भारत लक्ष्यों तक पहुंचना के साथ-साथ एक अलगाव मॉडल प्रदान करना है जोअन्य क्षेत्रों में दोहराया जा सकता है
और परिणामस्वरूप सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को प्राप्त करने के लिए जी.आई.एस. और ए.आई. का उपयोग करके प्रत्येक क्षेत्र की मैपिंग की जा सकती है. इस प्रोजेक्ट का मकसद मिशन के द्वारा पंजाब में महिलाओं और हाशिये पर रहने वाले समुदायों के सदस्यों को शामिल करने और समानता के अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में साक्षमता को भी जानना है तथा यह उद्देश्य मिशन के मूल्यांकन में योगदान देंगे और उन क्षेत्रों के लिए संकेत प्रदान करेंगे जहां इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए नवीन रणनीतियों को नियोजित किया जा सकता है जो टिकाऊ विकास के लक्षयों को प्राप्त करने में मदद करते हैं.
उल्लेखनीय है कि डॉ. प्रदीप अरोड़ा इससे पहले भी डी.एस.टी. तथा आई.सी.एस.एस.आर के द्वारा पांच मेजर तथा माइनर प्रोजेक्ट पर काम कर चुके हैं और उन्हें एक कॉपीराइट भी प्राप्त है. इसके साथ ही डॉ. हरप्रीत कौर सी.ई.सी. यू.जी.सी. के अंतर्गत एक प्रोजेक्ट पर काम कर चुकी है तथा डिज़ाइन के लिए उन्हें 24 कॉपीराइट भी प्राप्त हो चुके हैं. मैडम प्रिंसिपल ने इस विशेष उपलब्धि पर प्राध्यापकों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि उनके द्वारा किए जाने वाला यह कार्य यकीनन ही अध्यापन में नए पहलू स्थापित करेगा.