PTB Political न्यूज़ जालंधर : अजीत अखबार के संपादक बरजिंदर सिंह हमदर्द को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है और गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं और मुख्यमंत्री प्रेस की आवाज को दबाकर तानाशाही तरीके से शासन करना चाहते हैं। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पत्रकारों से उनके आवास पर बातचीत करते हुए कही। स. चरणजीत सिंह चन्नी ने बरजिंदर सिंह हमदर्द के खिलाफ दर्ज मामले की निंदा की।
.उन्होंने कहा कि बरजिंदर सिंह हमदर्द एक बेदाग़ शख़्सियत हैं और उन्होंने जंग-ए-आजादी के लिए निस्वार्थ सेवा की है, जंग-ए-आज़ादी बरजिंदर सिंह हमदर्द की देन है और इसके निर्माण के लिए बनी कमेटी के सदस्य सचिव डीसी हैं जब कि सारा काम पंजाब सरकार के लोक निर्माण विभाग ने किया है जबकि बरजिंदर सिंह हमदर्द मार्गदर्शक हैं।
.पंजाब सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद चरणजीत सिंह ने अपना चुनाव प्रचार बीच छोड़ कर इस कार्यवाही के विरोध में रोड शो किया। उन्होंने कहा कि कल जब वह अजीत के पक्ष में और सरकार की कार्रवाई के खिलाफ रोड शो कर रहे थे तो साजिश के तहत एक बस पर तलवारो से हमला किया गया और बस में तोड़फोड़ की गई। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी जलंधर का माहौल खराब कर रही है। यहां गुंडागर्दी फैलाई जा रही है।
.उन्होंने सभी पत्रकारों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी का राज करने की एक ही तरीक़ा है तथा दोनों पार्टियां लोगों की आवाज को दबाकर तानाशाही तरीके से शासन कर रही हैं।उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों ने प्रेस की आजादी पर हमला किया है और डराने-धमकाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल किया है।
.
उन्होंने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार ने पहले ही सोशल मीडिया पर पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों के चैनल बंद कर दिए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह जालंधर के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे तथा जलंधर को साफ़ सुथरा माहौल ओर अच्छा प्रशासन देंगे। आपको यह भी बता दें कि दरअसल जालंधर के कस्बा करतारपुर में स्थित जंग-ए-आजादी स्मारक में करोड़ों के घोटाले को लेकर विजिलेंस ब्यूरो ने 26 लोगों पर मामला दर्ज कर किया गे है।
.केस में जंग-ए-आजादी मेमोरियल फाउंडेशन के चेयरमैन व वरिष्ठ पत्रकार बरजिंदर सिंह हमदर्द के अलावा फाउंडेशन के पूर्व सीईओ विनय बुबलानी का भी नाम शामिल किया है। जालंधर विजिलेंस ने जंग-ए-आजादी का निर्माण करने वाले बिल्डर दीपक सिंघल समेत 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इनमें कई एसडीओ व एक्सईएन शामिल हैं। विनय बुबलानी समेत बाकी आरोपी फरार है। उनकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। हमदर्द को विजिलेंस के एक सप्ताह के भीतर पेश होने के आदेश दिए हैं।
.विजिलेंस ब्यूरो जालंधर रेंज ने पिछले साल मार्च महीने में इस प्रोजेक्ट को लेकर जांच शुरू की थी। शिकायत है कि इस प्रोजेक्ट को बनाते समय करोड़ों रुपये के फंड का दुरुपयोग किया गया। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बरजिंदर सिंह हमदर्द को नोटिस भेज कर 17 सवालों के जवाब मांगे थे। जंग-ए-आजादी स्मारक को लेकर पहला नोटिस विजिलेंस ने 24 मई 2023 को भेजा था। हमदर्द को 29 जून 2023 तो पेश होने के लिए कहा था।
.लेकिन हमदर्द ने अपनी निजी व्यस्तताओं का हवाले देते हुए विजिलेंस को पत्र लिखा था। पत्र में हमदर्द ने पेश होने के लिए 10 दिन का समय मांगा था। विजिलेंस ने हमदर्द के पत्र पर विचार करते हुए 9 जून 2023 को तलब किया था। लेकिन विजिलेंस से छूट मिलते ही इसी दौरान वह पंजाब एवं हाईकोर्ट में चले गए। एक जून 2023 को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें कोर्ट ने कहा कि था कि हमदर्द को प्रश्नावली दी जाएगी। इसके बाद विजिलेंस ने 17 सवाल लिखकर भेजे थे।
.जिन लोगों को किया गया गिरफ्तार:–
1- दीपक सिंघल, मालिक दीपक बिल्डर, अगर नगर लुधियाना (जंग-ए-आजादी का निर्माण करने वाली कंपनी)
2- अरविंदर सिंह चीफ इंजीनियर रिटायर निवासी मकान नंबर 1570 सेक्टर 38 बी चंडीगढ़
3- तेज राम कटनोरिया, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी
4- राजीव अरोड़ा, जेई, रिटायर, पंचकूला
5- रोहित कुमार, जेई, गांव नुस्सी, जालंधर
6-संतोष कुमार, एक्सईएन, इलेक्ट्रिक डिवीजन, फतेहगढ़ चूड़ियां
7- रघविंदर सिंह, एक्सईएन, मोहाली
8- हरपाल सिंह, एसडीओ, इलेक्ट्रिकल विंग
9- जतिंदर अर्जुन, एसडीओ
10- हरप्रीत सिंह, जेई
11-मंदीप सिंह, जेई
12-एनपी सिंह, एक्सईएन
13-रजत गोपाल, एसडीओ, वाटर सप्लाई
14-गौरवदीप, जेई, वाटर सप्लाई
15-रोहित कौंडल, जेई, वाटर सप्लाई।
.