PTB Big न्यूज़ दिल्ली : बैंक से सस्ते लोन की उम्मीद पर एक बार फिर पानी फिर गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार छठी बार रेपो रेट (ब्याज दर) में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने वीरवार सुबह इस बारे में जानकारी दी। गवर्नर ने बताया कि, चालू वित्त वर्ष 2023-24 की आखिरी तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक में लगातार छठी बार रेपो रेट को न बदलने का फैसला लिया गया है।
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बैठक में रेपो रेट को न घटाया गया और न ही बढ़ाया गया। इसलिए रेपो रेट 6.50% के अपने पुराने स्तर पर बरकरार रहेगा। रेपो रेट के साथ-साथ रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। रिवर्स रेपो रेट को भी उसके पुराने स्तर 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। मालूम रहे कि, आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक हर 2 महीने में एक बार होती है।
. .बैठक में लोन ब्याज दर, महंगाई समेत अन्य वित्तीय मामलों की समीक्षा की जाती है और इस कड़ी में कुछ अहम फैसले भी लिए जाते हैं। इससे पहले दिसंबर 2023 में आरबीआई एमपीसी की बैठक हुई थी। इस बैठक में भी रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर बनाए रखा गया था. रेपो रेट घटा नहीं दिया तो जाहिर सी बात है कि लोन सस्ता नहीं होगा। ज्यादा ब्याज दर के साथ लोन मिलेगा भी और ज्यादा ब्यान दर के साथ लोन चुकाना भी होगा।
. .लेकिन रेपो रेट न बढ़ने से भी फायदा ही हुआ है। अगर रेपो रेट बढ़ जाता तो बैंक से मिलने वाला कार, होम सहित अन्य कर्ज महंगा हो जाता है। कर्ज की EMI ज्यादा ब्याज से चुकानी होती है। हालांकि रेपो रेट में बढ़ोतरी का उन ग्राहकों को फायदा होता है जिन्होंने एफडी (FD) करा रखी है। उनकी एफडी पर ब्याज बढ़ जाता है।
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