PTB Big Political न्यूज़ जालंधर (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल : जालंधर वेस्ट हल्के की राजनीति जिसमें कब किस मोड़ पर किसका सितारा ऊपर और नीचे हो जाये जिसे आज तक कोई नहीं समझ पाया है। शायद ऐसा ही आज फिर से वेस्ट हल्के में बीते कुछ महीनों पहले उप चुनाव में बड़े मार्जन से जीत हासिल करने वाले AAP विधायक मोहिंदर भगत जोकि करीब 66 वर्ष के हैं की अचानक से चमकी किस्मत को देखकर साफ दिखाई दे रहा है जिनको आज मंत्री पद मिलने वाला है।
. .मिली जानकारी के अनुसार उन्हें स्पोर्ट्स मंत्री बनाया जाने की चर्चा तेज हो गई है। जालंधर उप चुनाव के वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी वादा किया था कि जालंधर वेस्ट वाले मोहिंदर भगत को एक सीढ़ी चढ़ा दें, दूसरी सीढ़ी वह खुद चढ़ा देंगे। यहां CM मान के कहने का मकसद मोहिंदर भगत को मंत्री बनाने से जोड़ा गया। जालंधर अर्बन से AAP सरकार में फिलहाल कोई मंत्री नहीं है, हालांकि जालंधर जिले की करतारपुर सीट से विधायक बलकार सिंह जरूर सरकार में मंत्री हैं, जिन्होंने बीते दिन अपना इस्तीफा दे दिया है।
. .वहीं आपको यह भी बता दें की मोहिंदर भगत के पिता चुन्नी लाल भगत भी मंत्री रह चुके हैं। वह अकाली-भाजपा की गठबंधन सरकार में भाजपा के कोटे से मंत्री बने थे, हालांकि अब वह एक्टिव पॉलिटिशियन नहीं है। मोहिंदर भगत ने लोकसभा चुनाव के वक्त AAP जॉइन की थी। इसके बाद उन्हें उप चुनाव में जालंधर वेस्ट से टिकट दिया गया। पूर्व मंत्री भगत ने कहा था कि अब उनका भाजपा या किसी दूसरी पार्टी से संबंध नहीं है। वह राजनीति छोड़ चुके हैं।
. .जालंधर वेस्ट सीट पर AAP को एकतरफा जीत मिली थी। उप चुनाव की मतगणना में AAP के मोहिंदर भगत यहां से 37,325 वोटों से जीते। उन्हें 55,246 वोट मिले। इसके उलट उनके खिलाफ चुनाव लड़े भाजपा, कांग्रेस, अकाली दल और निर्दलीय समेत 15 उम्मीदवारों के वोट जोड़ दें तो भी उन्हें कुल 39,363 वोट मिले थे। जालंधर वेस्ट सीट पर उप चुनाव की स्थिति उस समय बनी थी, जब AAP के ही विधायक शीतल अंगुराल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।
. .इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि तब उनका इस्तीफा विधानसभा स्पीकर की तरफ से मंजूर नहीं किया गया था। इसके बाद जैसे ही लोकसभा चुनाव संपन्न हुए तो विधानसभा स्पीकर से मिले थे साथ ही उन्होंने इस्तीफा वापस लेने की मांग की थी। उनका कहना था कि वह नहीं चाहते है कि दोबारा चुनाव की प्रक्रिया हो। हालांकि इसके बाद स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया था साथ ही निर्वाचन आयोग की तरफ से इस सीट पर चुनाव की घोषणा कर दी गई थी।