PTB Big News पाकिस्तान : पाकिस्तान में इमरान खान की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है. दरअसल, पाकिस्तानी विपक्षी पार्टी के हजारों समर्थकों ने मंगलवार को इमरान खान के पद छोड़ने या संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने की मांग करते हुए रैली की. इस दौरान इमरान के ऊपर अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क करने और खराब तरीके से सरकार चलाने का आरोप भी लगाया गया. इस रैली का आयोजन पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेतृत्व में किया गया. रैली में इस बात को उठाया गया कि देश में इमरान की वजह से राजनीतिक उथल-पुथल पैदा हुआ है. पाकिस्तान में अक्सर सेना ही ये निर्धारित करती है कि सरकार कौन चलाएगा.
पीपीपी के नेता बिलावल भुट्टो ने इस्लामाबाद के बाहर हुई रैली में इमरान को लेकर कहा, ’24 घंटे में इस्तीफा दें और चुनाव में हमारा सामना करें. या अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार रहें.’ इमरान खान ने 2018 में बड़ी जीत के साथ अपनी सरकार बनाई. इसके बाद वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनें. हालांकि, इमरान के आलोचकों का कहना है कि इमरान पाकिस्तानी सेना की बदौलत ही सरकार में बैठ पाए हैं. हालांकि, इमरान और सेना दोनों ही इस बात को नकारती रही है. विपक्षी सदस्यों और राजनीतिक विश्लेषकों का अब कहना है कि पूर्व क्रिकेट स्टार ने सेना का समर्थन खो दिया है. लेकिन इमरान और सेना दोनों इससे इनकार करते हैं.
विपक्ष के नेताओं का कहना है कि इमरान ने जनता का भी समर्थन खो दिया है, क्योंकि वह बढ़ती महंगाई, बढ़ते चालू खाते के घाटे और घटते विदेशी भंडार से जूझ रही है. इमरान ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. साथ ही आर्थिक समस्याओं से निपटते हुए उन्होंने ईंधन और बिजली की कीमतों में कटौती की है. वहीं, प्रधानमंत्री पद छोड़ने की बात को खारिज किया है और विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चेतावनी दी है. विपक्ष और इमरान की पार्टी दोनों गुटबाजी से नाराज हैं. विपक्ष का कहना है कि उन्हें अपने पक्ष मतदान के लिए संसद के 11 सदस्यों को अपने पाले में करनी की जरूरत है.