PTB Big न्यूज़ कनाडा : कनाडा में स्टडी वीजा पर गए स्टूडेंट्स के फर्जी डॉक्यूमेंट्स मिलने के बाद उन्हें वहां से डिपोर्ट किया जा रहा है। एजेंटों की धोखाधड़ी का शिकार हुए छात्र-छात्राओं ने कनाडा बार्डर सर्विस एजेंसी एयरपोर्ट रोड मिसिसॉगा में पक्का मोर्चा लगा दिया है। छात्रों ने वहां पर खुले आसमान के नीचे अपना प्रोटेस्ट शुरू किया है।700 स्टूडेंट्स काे डिपोर्ट करने के फैसले को वे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि जिनके साथ फ्रॉड हुआ है, उन्हें कनाडा के शिक्षण संस्थानों में एडजस्ट किया जाए। बता दें कि फिलहाल करीब 200 स्टूडेंट्स की जांच चल रही है।
पंजाबी स्टूडेंट लवप्रीत सिंह जालंधर के एजेंट बृजेश मिश्रा के माध्यम से कनाडा गया था। लेकिन आगे यूनिवर्सिटी में उसके दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर उसे कनाडा सरकार ने डिपोर्ट का नोटिस दे दिया है। मूल रूप से मोहाली का रहना वाला लवप्रीत भी मिसिसॉगा में धरने पर बैठा है और उसे 13 जून को भारत डिपोर्ट किया जाना है। फरीदकोट की रहने वाली कर्मजीत कौर को भी 30 मई को कनाडा से डिपोर्ट किया जाना था, लेकिन फिलहाल कर्मजीत कौर की डिपोर्ट किए जाने पर रोक लग गई है।
कर्मजीत कौर ने वहां पर कानून का सहारा लिया था। जिस पर कोर्ट ने कर्मजीत के डिपोर्ट को स्टे कर दिया और कहा कि कर्मजीत को ऐसे हालात में डिपोर्ट किया जाना उसकी सुरक्षा से समझौते जैसा होगा। कनाडा में ओंटारियों स्थित हंबर कॉलेज के फर्जी दस्तावेज देकर छात्रों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला एजुकेशन माइग्रेशन सर्विसेज जालंधर का मालिक बृजेश मिश्रा अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह यहां से विदेश भाग गया है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस निकाला गया है।
जिन छात्रों के सिर पर अब डिपोर्ट की तलवार लटकी हुई है उन्हें बृजेश मिश्रा ने 2017 से लेकर 2019 के दौरान प्रति स्टूडेंट 16 से 18 लाख रुपए लेकर फर्जी दस्तावेजों पर कनाडा भेजा था। लेकिन जब आगे स्टूडेंट कॉलेज में गए तो कॉलेज में उनकी फीस ही नहीं पहुंची हुई थी। जब दस्तावेज चेक किए गए तो सारे फर्जी निकले। हरसिमरत कौर बादल ने कनाडा में स्टूडेंट को डिपोर्ट किए जाने की कार्रवाई को रुकवाने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि पंजाब के फ्रॉड एजेंटों की वजह से कनाडा में लाखों रुपए खर्च कर पढ़ाई करने गए स्टूडेंट्स पर तलवार लटकी हुई है।
उन्होंने विदेश मंत्रालय से आग्रह किया है कि वह कनाडा सरकार से बात करे। हरसिमरत ने विदेश मंत्रालय से यह भी आग्रह किया है कि वह कनाडा में डिपोर्ट के मुहाने पर बैठे स्टूडेंट्स के दस्तावेज पूरे करने में भी उनकी मदद करें और कनाडा सरकार से बातचीत कर उन्हें शिक्षण संस्थानों में एडमिशन लेने में मदद करें। हरसिमरत कौर ने कहा है कि छात्रों ने तोई फ्रॉड नहीं किया है बल्कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।